दोस्तो हमारे सौरमंडल के निर्माण की शुरुआत आज से करीब 4.5 बिलियन सालो पहले एक विशाल गैस और dust के बादल में शुरू हुए हलचल की वजह से हुई थी | इस दौरान हमारे सौरमंडल में एक विशाल तारे , आठ ग्रहो , पांच dwarf planets , 200 से ज्यादा moons , लाखो की संख्या में विशाल Asteroids और अनगिनत छोटे छोटे solar bodies का निर्माण हुआ | Neptune ग्रह हमारे सौरमंडल के सबसे आखिर में मौजूद planet है जिससे आगे जाने पर हमें dwarf planet – pluto नज़र आएगा |
आम तौर पर हमें लगता है की Pluto हमारे इस सौरमंडल का अंत है जिसके परे केवल छोटे छोटे icy bodies और comets के अलावा कुछ और मौजूद नहीं है | पर ऐसा बिलकुल नहीं है Pluto से परे भी kuiper belt में कई विशाल dwarf planets और minor planets मौजूद है जिनमे Sedna , Eris , Haumea , Gonggong और Makemake प्रमुख है | ये dwarf planets और minor planets बेहद ही अनोखे और अजीबोगरीब है जिन्होंने वैज्ञानिको को हैरत में डाला हुआ है | तो चलिए दोस्तों हमारे साथ एक आनोखी यात्रा पर जहा हम pluto से परे मौजूद एक अनदेखे और अनछुए दुनिया की सैर करेंगे |
क्या है Neptune से परे मौजूद Kuiper Belt Objects
दोस्तों हमारे सौरमंडल के सबसे आखिर में मौजूद Neptune ग्रह से परे एक अनदेखी दुनिया मौजूद है | जिसके बारे में हमारी जानकारी बेहद ही कम है | Neptune ग्रह से परे मौजूद इस region को kuiper belt के नाम से जाना जाता है जहा लाखो की संख्या में icy bodies , comets और कुछ विशाल dwarf planet और minor planets मौजूद है |
माना जाता है की Kuiper belt का निर्माण आज से करीब 4.5 Billion सालो पहले हमारे सौरमंडल के formation के बाद बचे हुए material से हुआ था |
Neptune ग्रह और दूसरे ग्रहो के gravitational force के कारण इन icy bodies और comets से किसी विशाल planet का निर्माण नहीं हो सका | इनमे से कुछ विशाल dwarf planets और minor planets बनगए तो कुछ icy bodies और comets ऐसे ही हमारे सूर्य का चक्कर लगाने लगे| पर सौरमंडल के निर्माण के समय kuiper belt में मौजूद ज्यादातर objects दूसरे विशाल ग्रहो के gravitational force के कारण या तो हमारे सौरमंडल के सबसे बाहरी region – oort cloud में बस गए या फिर हमेशा के लिए हमारे सौरमंडल को छोड़कर चले गए |
Kuiper Belt में मौजूद Dwarf Planets
Kuiper belt में मौजूद objects को kuiper belt objects या फिर trans neptunian objects के नाम से जाना जाता है | kuiper belt को हमारे सौरमंडल के सबसे विशाल structure में से एक माना जाता है जो की कई Billion kilometers के छेत्र में फैला हुआ है |
Kuiper belt को मुख्य रूप से दो भागो में बांटा जाता है जिसमे पहला है इसका inner edge जिसकी शुरुआत Neptune ग्रह के orbit से होती है | इसका inner edge 30 AU से लेकर 50 AU तक फैला हुआ है |
वही इसका Outer edge जिसे scattered disk भी कहा जाता है वह 50 AU से लेकर 1000 AU तक के छेत्र में फैला हुआ है |
आम तौर पर Kuiper belt को मुख्य रूप से Pluto की वजह से जाना जाता है जो की कभी हमारे सौरमंडल का 9th planet हुआ करता था | पर kuiper belt में Pluto से परे भी eris , haumea , makemake , sedna और ganggong जैसे विशाल solar bodies मौजूद है | ये objects काफी अजीबोगरीब और रोमांचक है जिन्होंने अपने खोज के बाद से ही वैज्ञानिको को हैरत में डाला हुआ है जिनके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे |
Pluto – एक खोया हुआ ग्रह
दोस्तों हम अपने इस अनोखे अनदेखे सफर की शुरुआत हमारे सौरमंडल के Outer edge में मौजूद Dwarf planet – pluto से करेंगे | Pluto Kuiper Belt में मौजूद सबसे बड़ा और सबसे चमकीला Trans Neptunian Object है जो की हमारे सूर्य से करीब 39 AU की दुरी पर मौजूद है | Pluto को हमारे सूर्य के एक चक्कर पूरा करने में 248 earth years का समय लग जाता है |
Haumea – एक अनोखा dwarf planet
Pluto से कुछ दूर आगे जाने पर हमें Haumea नामक dwarf planet नज़र आएगा जो की हमारे सूर्य से करीब 43 AU की दुरी पर मौजूद है | यह दुरी इतनी ज्यादा है कि सूर्य की रौशनी को इस dwarf planet तक पहुंचने में करीब 6 घंटो का समय लगता है | Haumea – Kuiper belt में मौजूद तीसरा सबसे बड़ा object है जिसका radius करीब 620 kilometers है |
अन्य solar bodies से विपरीत इस dwarf planet का आकार sphere न होकर oval यानी अंडाकार है | पर सबसे चौकाने वाली बात यह है की इस यह kuiper belt में मौजूद एकमात्र ऐसा object है जिसके पास अपने ring system मौजूद है | इस trans neptunian object के 2 known moons मौजूद है | यह हमारे सौरमंडल में मौजूद fastest rotating object है जो की अपने धुरी पर घूमने के लिए केवल चार घंटो का समय लेता है |
वही इसे हमारे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में करीब 285 earth years का समय लगता है | अपनी इन्ही खूबियों की वजह से इसे हमारे सौरमंडल का सबसे अजोबोगरीब dwarf planet माना जाता है जिसने अपने खोज के बाद से ही वैज्ञानिको को हैरत में डाला हुआ है | वही अगर इसके structure और atmosphere कि बात करे तो वैज्ञानिको का मानना है की Haumea का inner structure rock से बना हुआ है जिसपर विशाल ice की coating मौजूद है |
Make Make – एक विचित्र dwarf planet
Haumea से कुछ दूर आगे जाने पर हमें एक और dwarf planet – makemake नज़र आएगा जो की हमारे सूर्य से करीब 45.8 AU की दुरी पर मौजूद है |
यह दुरी इतनी ज्यादा है की sun light को इस dwarf planet तक पहुंचने में 6 घंटो और 20 minute का समय लग जाता है | Makemake – kuiper belt में मौजूद चौथा सबसे बड़ा object है जिसका radius करीब 715 kilometer है | Makemake , pluto के बाद हमारे kuiper belt में मौजूद दूसरा सबसे चमकीला object है | इसे अपनी धुरी पर एक orbit पूरा करने में करीब 22 घंटो का समय लगता है वही इसे हमारे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 305 earth years का समय लग जाता है |
Makemake का एक provisional यानी unfirmed moon मौजूद है जिसे अभी तक पूरी तरह confirm नहीं किया गया है | वही अगर हम बात करे इसके structure और environment की तो इसका surface , काफी हद तक reddish और brownish है | वैज्ञानिको को इसके surface में frozen methane ,ethane और nitrogen ice के सबूत भी मिले है | वैज्ञानिको का यह भी मानना है की इस dwarf planet में एक बेहद ही thin atmosphere मौजूद हो सकता है जो की मुख्य रूप से nitrogen से बना हुआ है |
अगले dwarf planet तक पहुंचने के लिए हमें kuiper belt के outer edge में प्रवेश करना पड़ेगा जिसे Scattered disk के नाम से जाना जाता है | Scattered disk 50 AU से लेकर करीब 1000AU तक फैला हुआ है जिसमे Sedna, Eris और Gonggong जैसे dwarf planets और minor planets मौजूद है |
Gonggong – एक अनोखा लाल object
Makemake से एक लम्बी दुरी तय करने पर हमें Gonggong नामक एक minor planet नज़र आएगा जो की हमारे सूर्य से करीब 67.5 AU की दुरी पर मौजूद है |
यह दुरी इतनी ज्यादा है की sun light को भी इस minor planet तक पहुंचने में करीब 9 घंटो का समय लगता है | यह हमारे kuiper belt में मौजूद पांचवा सबसे बड़ा object है जिसका radius करीब 615 Kilometer है |
इसे अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में करीब 22 घंटो का समय लगता है वही इसे हमारे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में करीब 554 earth years का समय लग जाता है | इस Minor planet की खोज 2007 में हुई थी पर इसे अपना यह नाम 2019 में chinese water god के नाम पर मिला | अभी तक वैज्ञानिको को Gonggong के orbit में मौजूद का एक मात्र known moon का पता चला है |
वही अगर हम बात करे इसके atmosphere और surface की तो वैज्ञानिको का मानना है की इसके surface का color इसमें मौजूद tholins नामक compound के कारण red हो सकता है | वही कुछ वैज्ञानिको के अनुसार यहाँ एक thin – methane rich atmosphere भी मौजूद हो सकता है |
Eris – सबसे दूर मौजूद dwarf planet
Gonggong से कुछ दुरी तय करने पर हमें हमारे सौरमंडल का आखिरी dwarf planet Eris नज़र आएगा , जो की हमारे सूर्य से करीब 68 AU की दुरी पर मौजूद है |
यह दुरी इतनी ज्यादा है की सूर्य की रौशनी को इस dwarf planet तक पहुंचने में नौ घंटे से भी ज्यादा का समय लग जाता है | यह pluto के बाद kuiper belt में मौजूद दूसरा सबसे बड़ा object है जिसका radius करीब 1163 kilometers है |
इसे अपनी धुरी पर घूमने में करीब 26 घंटो का समय लग जाता है वही इसे हमारे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 557 earth years का समय लग जाता है | इसकी खोज 2005 में की गयी थी और इसे 2006 में confirm कर दिया गया था | इस Dwarf planet का केवल एक confirmed moon मौजूद है |
वही अगर हम इसके surface और atmosphere की बात करे तो वैज्ञानिको का मानना है की इसका surface काफी हद तक pluto के surface के तरह ही rocky और icy हो सकता है | वही सूर्य से काफी दूर मौजूद होने के कारण इसके पास कोई atmosphere होने की सम्भावना बेहद ही कम है | क्यूंकि बेहद ही कम तापमान होने के कारण इसका ज्यादातर atmosphere freeze होकर collapse हो जाता है |
Sedna – एक विचित्र orbit वाला object
हमारे आखिरी Dwarf planet – Eris से एक लम्बी दुरी तय करने पर हमें हमारे सूर्य से सबसे ज्यादा दूर मौजूद object में से एक Sedna नज़र आएगा |
यह एक बेहद ही अजीबोगरीब Elliptic orbit में हमारे सूर्य का चक्कर लगाता है जिसकी वजह से यह सबसे पास की स्तिथि में हमारे सूर्य से 76 AU और वही सबसे दूर की स्तिथि में हमारे सूर्य से करीब 480 AU तक दूर चला जाता है जो कि काफी काफी ज्यादा है |
इसे अपने orbit में एक चक्कर पूरा करने में मात्र 10 घंटो का समय लगता है वही इसे हमारे सूर्य का एक चक्कर लगाने में 10500 सालो का समय लग जाता है | जिसकी वजह से इसे हमारे सौरमंडल में खोजा गया सबसे दूर मौजूद Minor planet माना जाता है |
यह minor planet हमारे सूर्य से इतनी ज्यादा दुरी पर मौजूद है की कुछ वैज्ञानिको का मानना है की यह असल में oort cloud का एक object हो सकता है | इसका radius करीब 500 kilometers है जो की इसे kuiper belt का सातवा सबसे बड़ा object बनाता है |
वही अगर हम इसके surface और environment की बात करे तो वैज्ञानिको के अनुसार इसका surface – methane , nitrogen और water ice से बना हुआ है जो की लाल नज़र आता है | इसके surface का तापमान minus 240 degree celsius तक चला जाता है ऐसे में यहाँ कोई active atmosphere होने की सम्भावना काफी कम है |
दोस्तों आपको pluto से परे मौजूद इन mysterious और अजीबोगरीब minor planets और dwarf planets के बारे में जानकर कैसा लगा हमें नीचे comment कर जरूर बताये |