आज से करीब 50 साल पहले 20 July 1969 को अमेरिकी Space Agency – NASA का Apollo 11 मिशन सफलतापूर्वक चाँद पर Land करने वाला पहला मानवीय Mission बना । यह पहली बार था जब हम इंसानो ने हमारे धरती से परे किसी दूसरे Solar Body पर कदम रखा था । इस मिशन के बाद 1969 से लेकर 1972 के दौरान NASA के कुल 5 और मिशनों ने चाँद पर सफलतापूर्वक Land किया । सभी Apollo मिशनों के दौरान कुल 12 Astronauts को चाँद पर कदम रखने का मौका मिला , पर December 1972 में आखिरी Apollo 17 मिशन के बाद से आज तक इंसान कभी भी वापस चाँद पर लौट कर नहीं गया । आज इस बात को करीब 50 साल बीत चुके है , और अमेरिकी Space Agency NASA फिर एक बार चाँद पर वापस इंसानो को भेजने की योजना बना रहा है ।
पर NASA इस बार चाँद पर कुछ घंटे बिताने की जगह वहा एक विशेष Lunar Base बनाकर लम्बे समय तक रहने की योजना पर काम कर रहा है। “ इस बेहद ही महत्वाकांक्षी Mission को Artemis नाम दिया गया है जिसे 2024 तक launch किये जाने की योजना है ”
इस मिशन पर काम कई दशको पहले Space Launch System और Orion capsule के Developement के साथ शुरू हुआ था और अभी यह अपने अंतिम दौर पर है | Artemis Mission के जरिये NASA इंसानो को करीब 50 सालो बाद फिर एक बार चाँद पर उतारने की योजना बना रहा है ।
यह मिशन इस दशक का सबसे खास और महत्वपूर्ण मिशन होने जा रहा है जो की Space Exploration के छेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा | भले ही यह Mission चाँद से शुरू होगा पर यह भविष्य में प्रस्तावित Mars Mission और दूसरे Deep Exploration Missions के लिए काफी कारगर साबित होगा |
क्या है Artemis Mission | What is Artemis Mission
दोस्तों किसी भी बड़े और महत्वकांक्षी मिशन को अंजाम देने से पहले कई छोटे छोटे मिशनों को अंजाम दिया जाता है ताकि उस मिशन को सफल बनाने के लिए जरुरी सभी तकनीक का परीक्षण किया जा सके |
” उदाहरण के लिए चाँद पर Land करने वाले पहले मानवीय मिशन Apollo 11 से पहले NASA ने कुल 10 Apollo Mission को Launch किया था | ताकि चन्द्रमा पर Land करने से पहले इसके लिए जरुरी सभी Technology और Hardware को Test किया जा सके “
उसी तरह करीब 50 साल बाद चाँद पर उतरने के अगले मानवीय मिशन Artemis 3 से पहले दो और Artemis मिशनों को Launch किया जाएगा jinak मकशद Moon Landing के लिए जरुरी Technology को Test करना होगा | साथ ही Artemis मिशन को सफल बनाने के लिए चन्द्रमा के Orbit में एक विशेष Lunar Gateway भी तैयार किया जाएगा , जिसका उपयोग भविष्य के Moon Missions , Mars Missions और दूसरे Deep Exploration Mission में किया जाएगा |
Artemis 1 Mission
सबसे पहले 2020 में Artemis 1 Mission को Launch किया जाएगा | Artemis 1 एक Uncrewed Mission होगा जिसका मुख्य मकशद होगा Moon Mission के लिए जरुरी सभी Components जैसे कि Space Launch System और Orion Capsule का Space में परीक्षण करना | Space Launch System यानी SLS एक Super heavy-lift Launch Vehicle है जिसपर कई दशकों से काम चल रहा है |
यह NASA द्वारा बनाया गया अबतक का सबसे शक्तिशाली Launch System होगा जिसका इस्तेमाल Deep Space Exploration Missions के लिए किया जाएगा | उम्मीद है की इस Space Launch System पर काम June 2020 तक पूरा हो जाएगा जिसके बाद इसके पहले Test Flight यानी की Artemis 1 Mission को अंजाम दिया जाएगा |
पर अगर इस Launch System में किसी कारण वस देरी हो जाती है तो वैज्ञानिको को पुरे Artemis Mission के Schedule को आगे बढ़ाना होगा, जो की एक अच्छी खबर नहीं होगी |
Artemis मिशन का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण Component एक विशेष Human Spacecraft होगा जिसे Orion Capsule नाम दिया गया है | यह Capsule कई महीनो के Moon मिशन के दौरान इंसानो को बेहद ही कठिन हालातो में जीवित रखेगा और सफलतापूर्वक वापस धरती पर Land कराने में मदद करेगा |
Orion Capsule और उसमे मौजूद Life Support System का 2014 में Delta four Rocket के जरिये सफल परीक्षण किया जा चूका है | June 2020 में Artemis 1 Mission के अंतर्गत Space Launch System के साथ एक Uncrewed Orion Capsule को Space में भेजा जाएगा |
यह एक लम्बा सफर होगा जिस दौरान Orion Capsule कई दिनों तक Moon को Orbit करेगा जिस दौरान यह सभी जरुरी Components और Technology को Test करेगा | जिसके बाद यह Orion Capsule वापस धरती तक का सफर तय करेगा और समुद्र में सफलतापूर्वक Land करने की कोशिश करेगा |
Artemis 2 Mission
इस मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के करीब दो साल बाद 2022 में Artemis 2 Mission को Launch किया जाएगा जो की Artemis 1 mission से विपरीत एक Crewed Mission होगा जिसमे कुल तीन Astronauts सवार होंगे | Apollo 11 को सफलतापूर्वक चन्द्रमा पर उतारने से पहले Apollo 8 पहला Mission था जो की पहली बार Astronauts को Moon के Orbit तक ले गया था | Apollo 8 Mission – Moon को कुछ दिनों तक Orbit करने के बाद सफलतापूर्वक Astronauts को वापस धरती पर लेकर लौट आया था |
इसका सबसे बड़ा फायदा यह हुआ की Moon पर Land करने से पहले वैज्ञानिको ने सभी Components और Hardware को सफलतापूर्वक Space में Test कर लिया था | उसी तरह Artemis 2 Mission के अंतर्गत Space Launch System की मदद से Orion Capsule को Space में भेजा जाएगा |
यह Orion Capsule, Astronauts को Moon के orbit तक ले जाएगा जहा ये कुछ दिनों तक Moon को Orbit करेंगे इस दौरान Astronauts सभी जरुरी Technology, Components और Hardware को Test करेंगे | जिसके बाद सभी Astronauts , Orion Capsule की मदद से वापस धरती का सफर शुरू करेंगे और समुद्र में Land करने की कोशिश करेंगे |
पर Artemis Mission के जरिये अमेरिकी Space Agency NASA का मकशद भविष्य के Mars Mission और दूसरे Deep Space Exploration के लिए जरुरी सभी Technology को टेस्ट करना है | और इसी वजह से Artemis Mission के जरिये NASA – Moon पर Lunar Base बनाकर कई दिनों तक Astronauts को वहा बसाने की योजना पर काम कर रहा है |
अगर यह मिशन सफल रहता है तो इसके बाद भविस्य में Moon पर Lunar Base और Lunar Village का निर्माण किया जाएगा | पर इसके लिए वैज्ञानिको को और कही ज्यादा Resource , Power और Technology की जरुरत होगी जिसे पृथ्वी से Space Launch System के जरिये चाँद तक ले जाना काफी कठिन और Costly होगा | और इन्ही दिक्कतों को देखते हुए NASA ने Lunar Gateway का Concept सामने रखा |
Lunar Gateway एक तरह का Space Station होगा जिसका निर्माण Moon के Orbit में किया जाएगा | इस Lunar Gateway को Moon पर वापस इंसानो को Land कराने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा जा रहा है | Apollo Mission के दौरान इंसानो को Moon पर land कराने और उन्हें सफलतापूर्वक धरती पर वापस लाने के लिए जरुरी सभी Hardware और Instruments , Saturn 5 Rocket में मौजूद थे |
पर इस बार Artemis Mission के अंतर्गत इंसानो को Moon पर Land कराने की लिए जरुरी Lunar Lander पहले ही Moon के Orbit में स्थापित Lunar Gateway में मौजूद होगा | जिसकी वजह से Space Launch System का Payload काफी कम हो जाएगा , जिसकी वजह से इंसान बेहद ही कम Fuel और Technology का उपयोग करते हुए बेहद ही कम समय में चन्द्रमा तक का सफर तय कर सकते है |
अमेरिकी Space Agency NASA ने Moon के Orbit में Lunar Gateway का निर्माण करने के लिए कई Private Companies से समझौता किया है | धरती से Space Launch System के जरिये Moon Landing के लिए जरुरी सभी Components को Launch करने की जगह NASA चाहता है Private Companies मिलकर Moon के Orbit में Lunar Gateway का निर्माण करे |
Private Companies कई छोटे छोटे Launch के जरिये एक एक करके Lunar Gateway के Components को Moon के Orbit तक ले जाएगी, जिसके बाद इन सभी छोटे छोटे Parts को जोड़कर विशाल Lunar Gateway का निर्माण किया जाएगा | Lunar Gateway एक तरह का Space Station होगा जहा Astronauts कई महीनो तक रुककर कई तरह के Experiments और Research कर सकेंगे | यह Lunar Gateway भविष्य में Mars Mission और Deep Exploration Missions के लिए Refuelling Point, Technical Support की तरह काम करेगा जो की इन मिशनों को सभी जरुरी संसाधन मुहैया कराएगा |
Artemis 3 Mission
जिसके बाद जाकर आखिरकार 2024 में Artemis 3 Mission को Launch किया जाएगा | सबसे पहले Space Launch System के जरिये धरती से Orion Capsule को Launch किया जाएगा जो की Space में जाने के बाद SLS से अलग हो जाएगा | जिसके बाद Orion Capsule अकेले ही चन्द्रमा तक का सफर तय करेगा | Moon के Orbit में पहुंचने के बाद यह Orion Capsule वहा पहले से ही मौजूद Lunar Gateway के साथ जुड़ेगा |
जिसके बाद वहा मौजद Lunar Lander की मदद से Astronauts, Moon के South Pole पर Landing करेंगे | इस मिशन में कुल मिलाकर तीन Astronauts मौजूद होंगे जिसमे से एक Woman Astronaut और दो Men Astronauts होंगे जो की करीब पांच दशकों के बाद चन्द्रमा पर दोबारा कदम रखेंगे |
Landing के लिए Moon के South Pole को चुनने का मुख्य कारण इस छेत्र में मौजूद Water Ice और विशाल Crators है | Astronauts, Water Ice का इस्तेमाल पीने के लिए जरुरी पानी बनाने के लिए कर सकते है | साथ ही Astronauts चाँद के South Pole में मौजूद विशाल Crators का इस्तेमाल Lunar Base की तरह कर सकते जहा वो खतरनाक Solar Radiation और Temperature से अपनी रक्षा कर सकेंगे |
चन्द्रमा पर सभी Experiments को पूरा करने के बाद Astronauts धरती पर वापसी का सफर शुरू करेंगे | सबसे पहले Lunar Ascent Vehicle की मदद से Astronauts वापस Lunar Gateway तक आएँगे | जिसके बाद Orion Capsule के जरिये वो वापस धरती तक का सफर शुरू करेंगे , और सफलतापूर्वक समुद्र पर लैंड करने की कोशिश करेंगे |
पर Artemis Mission केवल Moon तक ही सीमित नहीं रहेगा , Nasa – Artemis Mission के दूसरे Phase में कई और Artemis मिशनों के जरिये Moon पर Lunar Base और Lunar Village का निर्माण करना चाहती है | Artemis Mission के जरिये भविष्य में प्रस्तावित मंगल मिशनों के लिए जरुरी सभी Technology को Test किया जाएगा | ताकि 2030 में प्रस्तावित पहले मानवो को मंगल ग्रह पर उतारने के Mission को सफल बनाया जा सके |
Moon के Orbit में प्रस्तावित Lunar Gateway , भविष्य में प्रतावित Mars Missions और Deep Space Exploration के लिए एक Stepping Step साबित होगा | Artemis Mission का मुख्य उद्देश्य भविष्य में प्रस्तावित सभी महत्वपूर्ण मिशनों के लिए जरुरी Technology को Test करना है | Artemis Mission , Space Exploration के छेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा जिसके जरिये मानव दोबारा चन्द्रमा पर और दूसरे ग्रहो पर कदम रखेगा |
ऐसे में आपका इस बारे में क्या सोचना है हमें Comment कर जरूर बताये |