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मंगल ग्रह पर सबसे खतरनाक मिशन (Mars Sample Return Mission Hindi)

NASA and ESA are Planning to send a Mars Sample Return Mission to Mars, Which will first time bring mars samples back to earth.

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20 जुलाई 1969, यह दिन पुरे मानव इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक था | क्यूंकि इस दिन पहली बार किसी इंसान ने पृथ्वी से परे किसी दूसरे Solar Body यानी चाँद पर अपना पहला कदम रखा था | पर Apollo Mission की सबसे बड़ी सफलता यह थी की Moon पर उतरने वाले Astronauts ने कई सैकड़ो Kilogram , Lunar rock और Dust के Sample पृथ्वी पर वापस लाए थे जिनका अध्ययन वैज्ञानिक पिछले 50 सालो से कर रहे है | साथ ही वैज्ञानिको को हमारे सूरज के Solar Wind , Comet के Tail के Particles , और Asteroids के Samples को धरती पर लाकर उनका अध्ययन करने का मौका मिला है | पर वैज्ञानिको को अभी तक मानवो के अगले बसेरे और शायद हमारे अगले घर यानी मंगल ग्रह के Samples का पृथ्वी पर अध्ययन करने का मौका नहीं मिला है | हालाँकि मंगल ग्रह पर भेजे गए कुछ Rovers चलते फिरते Laboratory है जो की उसके Surface , Rocks और Soil का अध्ययन कर रहे है , पर ये Rover इतने Advance नहीं है |

Human Base on Mars
Human Base on Mars

जिसकी वजह से अगर इंसानो को मंगल ग्रह को अच्छे से जानना है मंगल ग्रह पर सचमे मानव बस्ती बसानी है तो उन्हें मंगल ग्रह के Surface के Samples का करीबी से अध्ययन करना होगा | ताकि हम जान सके की मंगल ग्रह के Surface में किस तरह के Organic Molecules और Particles मौजूद है , और क्या इसमें किसी तरह की फसल उगाई जा सकती है या नहीं | पर इतने सालो के Mars Exploration के बाद भी वैज्ञानिको को Mars Samples हासिल करने में सफलता नहीं मिली है | पर आने वाले कुछ सालो में NASA और European Space Agency साथ मिलकर एक ऐसे Space Mission पर काम कर रहे है जो की मंगल ग्रह पर Land कर पहली बार वहा से उसके Soil के Samples धरती पर वापस लाएगा | इस Mission को Mars Samples Return Mission नाम दिया गया है जो की आने वाले कुछ सालो में हक़ीक़त बनने जा रहा है | पर आखिर यह Mission क्या है और कैसे इसके जरिये हम पहली बार मंगल ग्रह के Samples धरती पर ला सकते है |

Human Base on Mars
Human Base on Mars

कैसे किया जाता है Space Exploration मिशन | How Space Exploration Missions are Performed

Nasa Voyager Mission
Nasa Voyager Mission

Space Exploration का पहला स्टेज 

दोस्तों Space Exploration हमेशा कई चरणों में किया जाता है | इसके सबसे पहले Stage में Flyby Missions को अंजाम दिया जाता है | Flyby Mission के अंतर्गत Spacecraft किसी ग्रह या Space Body के करीब से होकर गुजरते है | इस दौरान ये Spacecraft इस Space body की कई तस्वीरें और Data इकट्ठे करते है | उदाहरण के लिए Voyager Mission ने Grand Tour के अंतर्गत कई ग्रहो के Flyby Missions को अंजाम दिया था , वही Pluto ने भी 2015 में Dwarf Planet Pluto के Flyby Mission को अंजाम दिया था | इस दौरान इन मिशनों ने इन Space Bodies की कई तस्वीरें और Data इकठ्ठा किये थे जिसकी मदद से वैज्ञानिको को इन ग्रहो के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारिया और काफी कुछ जानने को मिला था |

Satellite Orbiting Jupiter
Satellite Orbiting Jupiter

Space Exploration का दूसरा स्टेज

जिसके बाद आता है दूसरा Stage ,इस Stage में हम इस Space body में एक Orbiter Spacecraft भेजते है जो की उस Space Body के Orbit में रहकर कई सालो तक उसके Atmosphere और Surface का अध्ययन करता है | उदाहरण के लिए शनि ग्रह पर भेजा गया Cassini Spacecraft , करीब 13 सालो तक शनि ग्रह के Orbit में रहा | इस दौरान इसने इस ग्रह की कई तस्वीरें ली और उसके Ring और Moons का काफी करीबी से अध्ययन किया था | वही वर्तमान समय में Juno Mission , Jupiter ग्रह के Orbit में मौजूद रहकर उसके Surface , Composition , Gravity और Magnetic Field का काफी करीबी से अध्ययन कर रहा है |

Mars Opportunity Rover
Mars Opportunity Rover

Space Exploration का तीसरा स्टेज

जिसके बाद आता है तीसरा Stage , इस Stage में हम उस Space Body पर Lander और Rover भेजते है | उदाहरण के लिए मंगल ग्रह , जिसपर हमने Spirit , Opportunity और Curiosity जैसे Rover भेजे है | इन Rovers ने मंगल ग्रह के Surface की कई तस्वीरें ली , और साथ ही उसके Surface और Rock Samples का अध्ययन किया जिसमे उन्हें Organic Molecules और Prehistoric Water के कई सबूत मिले | वही 2005 में European Space Agency का Huygens Probe सफलतापूर्वक शनि ग्रह के Moon Titan पर Land हुआ | Titan के Surface पर Land होने के करीब 2 घंटो तक यह Probe काम करता रहा ,जिस दौरान इसने इसके Atmosphere, Hydrocarbon Lakes और Surface के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारिया वैज्ञानिको को भेजी |

Moon Sample Return Mission
Moon Sample Return Mission

Space Exploration का चौथा स्टेज

इसके बाद आता है चौथा Stage , इस Stage में Sample Return Missions को अंजाम दिया जाता है | अभी तक के Space Exploration के इतिहास में केवल कुछ Sample Return Missions को ही अंजाम दिया गया है | अगर हम NASA के Apollo Mission को छोड़ दे , तो किसी दूसरे Solar Body के Sample को धरती पर लाने वाला पहला Mission , Soviet Union का Luna Mission था | 1970 में Luna 16 ने करीब 101 gram Lunar Sample को धरती पर लाया था , जिसके बाद Luna 20 और Luna 24 ने Moon के अलग अलग जगहों से कई और Samples को इकठ्ठा कर पृथ्वी पर लाया था | हालाँकि इनके Lunar Sample की Quantity , Apollo Mission के 100 Kilogram के Sample के सामने काफी कम थी | पर ये सभी Samples , Moon के अलग अलग जगहों से इकठ्ठा की गयी थी | जिन सभी का अध्ययन कर हम Moon के overall Surface का काफी अच्छे तरीके से अनुमान लगा सके |

Landing on Titan
Landing on Titan

इसके बाद अगला Sample Return Mission , NASA का Genesis Mission था | इसे 2001 में हमारे सूरज के Solar Wind को इकठ्ठा करने के लिए Launch किया गया था जो की 2004 में Solar Particles के Samples के साथ हमारे धरती पर Land हुआ | इसके बाद आया NASA का Stardust Mission , जो की 2004 में Wild2 नाम के Comet के tail के पीछे उड़ा, और उसने पहली बार किसी Comet के Tail से निकलने वाले Particles के Samples को इकठ्ठा किया | इसका Sample से भरा हुआ Capsule करीब 2 सालो बाद सफलतापूर्वक धरती पर Land हुआ |
पिछला Sample Return Mission , Japanese Space Agency , का Hayabusa Mission था | यह मिशन 2005 में Itokawa नाम के Asteroid पर Land हुआ जिस दौरान इसने इसके Surface के Samples को इकठ्ठा किया | और लम्बी यात्रा करने के बाद 2010 में इसका Samples से भरा हुआ विशेष Capsule धरती पर Land हुआ | अगर वर्तमान समय की बात करे तो अभी Japanese Space Agency का ही Hayabusa 2 मिशन , Ryugu नाम के Asteroid के Samples को इकठ्ठा कर अपने धरती के सफर के लिए रवाना हो गया है | और उम्मीद है की यह 2020 अंत तक हमारे धरती पर land हो सकता है |

Mars Sample return Mission
Mars Sample return Mission

मंगल ग्रह पर Sample Return Mission | Mars Sample Return Mission

हम मंगल ग्रह पर Rover और Lander भेजकर तीन Stage Missions को अंजाम दे चुके है | और हम मंगल ग्रह पर चौथे Stage Mission यानी की Sample Return Mission को अंजाम देने पर विचार कर रहे है | 2001 में सबसे पहले मंगल ग्रह पर एक विशेष Sample Return Mission भेजने पर विचार किया गया था , जो 2007 में धरती से रवाना होगा और 2010 में मंगल ग्रह के Samples के साथ धरती पर वापस आएगा | पर यह Mission कभी भी Reality नहीं बन पाया , और उसे Drop कर दिया गया |
पर 2009 में NASA और European Space Agency ने एक Joint Mission के अंतर्गत फिर से Mars Sample Return Mission पर काम करना शुरू किया | अमेरिकी Space Agency – NASA और European Space Agency – ESO साथ मिलकर ऐसे Rovers , Lander और Orbiter का निर्माण कर रहे है जो की पहली बार Mars Samples को Collect कर उसे धरती पर लाएंगे |

Mars Rover
Mars Rover

 

Mars Sample Return Mission का पहला स्टेज

इस बेहद ही विशेष और महत्वाकांक्षी Mars Sample Return Mission को मुख्य रूप से चार अलग अलग चरणों में अंजाम दिया जाएगा | इसके सबसे पहले चरण में NASA का Mars 2020 Rover जो की काफी हद तक Curiosity Rover की तरह होगा | वह सबसे पहले मंगल ग्रह कुछ विशेष Sites से उसके Surface में मौजूद Soil और Rock के Samples को Collect करेगा | जो की इसे कई अलग अलग और विशेष Capsule में Store करेगा और उसे मंगल ग्रह के Surface पर रख देगा |

Mars Sample Return Mission का दूसरा स्टेज

जिसके बाद इसके दूसरे चरण में ESA का ExoMars Rover Mission जो की एक Light Weight Vehicle होगा | वह कई महीनो तक मंगल ग्रह के Surface पर Mars 2020 Rover द्वारा Collect किये गए Sample Capsules को इकठ्ठा करेगा | जिसके बाद वह सबसे ज्यादा Scientifically Interesting, Sample Capsule को चुनेगा |

Mars Sample Return
Mars Sample Return

Mars Sample Return Mission का तीसरा स्टेज

जिसके बाद इसके तीसरे चरण में ExoMars Rover इन Sample Capsules को Mars Sample Retrieval Lander तक ले जाएगा | यह European Space Agency का एक Lander होगा, जिसमे एक विशेष Solid Rocket Motor मौजूद होगा | ExoMars Rover , Sample से भरे इन Capsules को इस Lander तक ले जाएगा , जिसके बाद यह Lander अपने में मौजूद विशेष Rocket की मदद से इन Capsule को मंगल ग्रह के Orbit में करीब 350 Kilometer की ऊंचाई तक भेजेगा |

Mars Sample Return Lander
Mars Sample Return Lander

Mars Sample Return Mission का चौथा स्टेज

इसके बाद इसके चौथे चरण में ESA का Earth Return Orbiter मंगल ग्रह के Orbit में मौजूद होगा | यह Orbiter इस Sample Capsule को Collect करेगा और अपने विशेष Solar Electric ion Engine की मदद से धरती तक का बेहद ही लम्बा सफर तय करेगा | एक बार धरती के Orbit में पहुंचने के बाद यह Earth Return Orbiter इस Mars Soil Sample से भरे हुए Capsule को एक विशेष Container में भरकर धरती पर भेजेगा | उम्मीद है की 2030 तक यह विशेष Container , Sample Capsule के साथ धरती पर लैंड कर सकता है |
और तब जाकर पहली बार धरती पर मौजूद वैज्ञानिको को मंगल ग्रह के Soil और Rock के करीब 500 ग्राम Sample का अध्ययन करने का मौका मिलेगा | जिसका अध्ययन कर वैज्ञानिक मंगल ग्रह के Surface , Atmosphere के बारे में काफी अच्छे से जान सकते है | इन महत्वपूर्ण जानकारियों का इस्तेमाल भविष्य में मंगल ग्रह पर प्रस्तावित मानव मिसनो और मंगल ग्रह पर मानव बस्तिया बसाने के लिए किया जाएगा |

Human Landing on Mars Surface
Human Landing on Mars Surface

हक़ीक़त बन सकता है Mars Sample Return Mission

2019 की शुरुआत में अमेरिकी Space Agency ने Mars Sample Return Mission पर शुरूआती काम शुरू कर दिया है | उम्मीद है की इस Mission को 2026 में Launch किया जा सकता है | 2020 के लिए NASA ने Future Mars Mission के लिए करीब 109 Million Dollars के Budget की घोसणा की है | साथ ही European Space Agency – ESA ने भी Mars Sample Return Mission के अंतर्गत ExoMars rover , Mars Sample Retrieval Lander और Earth Return Orbiter पर काम शुरू करदिया है | ESA के ExoMars Rover और NASA के Mars 2020 को इसी साल 2020 में Launch किया जाएगा | जिसके बाद 2026 में इसके Second Phase के अंतर्गत Mars Sample Retrieval Lander और Earth Return Orbiter को Launch किया जाएगा | और 2030 तक Earth Return Orbiter मंगल ग्रह के Soil Samples के साथ धरती पर land होगा |

Universe Hindi

Geetesh Patel is a Science enthusiast, he has a successful running youtube channel with over 1 Million Subscriber. And he Owns Universe Hindi and other Blogs and Websites.

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