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जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के बारे में सबकुछ जो आप जानना चाहते है | Nasa’s James Webb Telescope in Hindi

Nasa James Webb Space Telescope in Space

Nasa James Webb Space Telescope in Space

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Hubble Telescope संभवतः मानव इतिहास का सबसे महत्वाकांक्षी और सफल मिशन रहा है जिसने अपनी खोजो और तस्वीरो से हमारा इस ब्रम्हांड को देखने का नजरिया हमेशा के लिए बदल कर रख दिया | पर अब यह Telescope काफी पुराना हो चुका है और समय के साथ हम मानवो का खोज का दायरा भी बढ़ता जा रहा है जिसे Hubble Telescope पूरा कर पाने में सक्षम नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए नासा ने नए पीढ़ी के James Webb Telescope पर काम करना शुरू किया | यह Space Telescope पुराने सबसे उन्नत Hubble Telescope से भी करीब 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली Telescope होगा | जो की हमारे ब्रम्हांड की शुरुआत यानी Big Bang के बाद जन्मे शुरुआती तारो और आकाशगंगाओ को देखने में सक्षम होगा |

जिसके साथ ही यह Telescope कई और खूबियों से लैस होगा जो की आने वाले समय में ब्रम्हांड की हमारी समझ और Astronomy के छेत्र को पूरी तरह बदल कर रख देगा | करीब 14 सालो के Delay के बाद आखिरकार इस Space Telescope को दिसम्बर 2021 में Launch किया जाने की योजना है | ऐसे में आज हम इस वीडियो में इस Telescope और उसके खूबियों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे |

James Telescope in Space

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप | Nasa’s James Webb Telescope in Hindi

James Webb Space Telescope के बारे में जानने से पहले हमें Hubble Telescope के बारे में जानना होगा |

Hubble telescope orbiting earth

Hubble Space telescope

आज से लगभग 31 सालो पहले 1990 में मानव इतिहास के सबसे सफल मिशनों में से एक Hubble Space Telescope को 5 Astronauts के साथ NASA के Discovery Space Shuttle की सहायता से Launch किया गया था | इस Space Telescope को हमारे धरती के Orbit में करीब 600 किलोमीटर की ऊँचाई पर स्थापित किया गया |

उस समय शायद ही वैज्ञानिको का यह अनुमान रहा होगा की यह Space Telescope आगे चलकर मानव इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण Observation Tools में से एक बन जाएगा | करीब 3 दशकों के दौरान इसके द्वारा किया गए खोजो ने हमारे ब्रम्हांड और दूसरे Space Bodies को देखने का नजरिया हमेशा के लिए बदल कर रख दिया | Hubble Telescope ने अपनी खोजो से आकाशगंगाओ , तारो , Black Holes , Exoplanets , Dark Energy , Big Bang और हमारे ब्रम्हांड के Age से जुडी कई पहेलियों को सुलझाने में वैज्ञानिको की मदद की |

Hubble Telescope

Low Earth Orbit में मौजूद होने की वजह से यह Telescope – Repairable था यानी समय आने पर इस Telescope के Instruments को Space में जाकर बदला जा सकता था | अब तक Hubble Space Telescope को अलग अलग मिशनों के जरिये अन्तरिक्ष में पाँच बार Repair किया जा चुका है | जिस दौरान इसके पुराने Instruments और Mirrors की जगह नए और आधुनिक Instruments लगाए गए थे |

इसके नियमित Repairing और Servicing के कारण यह पहला ऐसा Space Telescope बन गया है जो की इतने लम्बें समय तक काम कर रहा है | आखिरी बार 2009 में इस Telescope को Repair किया गया था ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि यह आने वाले और करीब 5 सालो तक काम करता रहेगा | और 2030 तक यह धीरे धीरे हमारे धरती के Atmosphere की ओर खींचने लगेगा और आखिरकार यह एक वीरान समुद्र में Crash होकर नष्ट हो जाएगा |

End of Hubble Space Telescope

अब जब Hubble Telescope अपने अंतिम दौर में पहुंच चूका है ऐसे में वैज्ञानिक James Webb Telescope की मदद से हमारे ब्रम्हांड का एक नए सिरे से अध्यन करने की योजना बना रहे है | James Telescope अबतक के हमारे मानव इतिहास का सबसे विशालकाय , आधुनिक और Complex – Telescope होगा जो की Hubble Telescope से भी करीब 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होगा |

James Telescope Construction

James Webb Space Telescope

James Webb Telescope एक Infrared Telescope है जिसपर काम सन 1996 में शुरू हुआ था | इस महत्वाकांक्षी Space Telescope का निर्माण अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA , यूरोपियन स्पेस एजेंसी ESA और कनाडाई स्पेस एजेंसी CSA के आपसी सहयोग से किया जा रहा है | शुरू में इस Space Telescope को 2007 में Launch करने की योजना थी जिसपर केवल 500 Million Dollars का खर्च आने का अनुमान था |

पर 2005 में इसके Inital Design में कई बड़े बदलाव किये गए जिसके बाद इसके Launch को कई बार आगे बढ़ाया गया | कई सालो के Delays के बाद आखिरकार 2016 में इसके निर्माण को पूरा कर लिया गया जिसके बाद इसकी लागत बढ़कर 10 Billion Dollars के करीब हो गयी | 2016 में निर्माण को पूरा करने के बाद इसके Initial Tests सुरु किये गए जो की 2019 को चलते रहे उस समय इसे मार्च 2021 में Launch करनी की योजना थी |

पर आखिरी समय में इसमें कुछ और तकनिकी खामी आ गयी जिसके बाद इसके Launch को फिर एकबार आगे बढ़ाकर दिसम्बर 2021 कर दिया गया है | यह Space Telescope संभवतः मानव इतिहास के सबसे Complex और Advance Instrument में से एक होगा जिसे बनाने में 14 देशो के करीब 1200 वैज्ञानिको , Engineer और Technicians ने अपना योगदान दिया है |

James telescope mirror

James Webb telescope vs Hubble Telescope

James Webb Space Telescope का मकशद Hubble Telescope को Replace करना नहीं बल्कि इसे Compliment करना है | दोनों ही बेहद ही अलग तरह के Space Telescope है जिनका मकशद हमारे ब्रम्हांड का अलग अलग Electromagnetic Spectrum में अध्यन करना है | जहा हम इंसान Light Spectrum के सिर्फ Visible Light को ही बस देख पाते है वही Hubble Telescope इसके Ultraviolet Section को देखने और उसका अध्यन करने में सक्षम है |

इसके विपरीत James Webb Space Telescope मुख्य्तः हमारे ब्रम्हांड का Ultraviolet Spectrum में अध्यन करेगा | जहां Hubble Telescope के Mirror का Diameter 2.5 मीटर है, वहीं James webb space Telescope के Primary mirror का diameter 6.5 मीटर है | ज्यादा बड़े Mirror की वजह से यह Space Telescope अंतरिक्ष में और भी ज्यादा दुरी तक देखने में सक्षम होगा | इसका 6 .5 मीटर विशालकाय Mirror मुख्यतः Gold और Beryllium से बना हुआ जिसकी सुरक्षा Gold Platted Sunshield करता है |

James telescope instruments

Beryllium एक बेहद ही Durable और Light Weight Material होता है और जब इसे Gold के Layer से Cover किया जाता है तब यह Infrared Light का अध्यन करने में मदद करता है | इसके कैमरे बेहद ही संवेदनसील है जिन्हे सूर्य की किरणों से बचाना बेहद ही जरुरी है | इसे सूर्य की किरणों से बचाने के लिए वैज्ञानिको ने एक टेनिस कोर्ट के आकर के , पांच स्थाई Sun Shield तैयार किया है। Sun Shield के पांच Layer , इंसानी बाल से भी छोटे है जो Infrared कैमरे और इसके दूसरे सेंसरों को Protect करने का काम करेंगे |

जिसके साथ ही यह इन्हे Space के बेहद ही ठन्डे तापमान में भी बचाये रखेगा ताकि यह Telescope सही तरीके से काम कर सके | जहा यह Sunshield इस Space Telescope को हमारे ब्रम्हांड का आसानी से अध्यन करने में मदद करता है वही यह इसके लिए सबसे बड़ी समस्या भी पैदा करता है | यह Sunshield करीब एक हज़ार अलग अलग Parts से मिलकर बना हुआ है जिसमे 8 Motors , 139 Actuators लगाए गए है | Sunshiled के अलग अलग भागो को Unfold करने के लिए इन सभी Parts और Motors का पूरी तरह अच्छे से काम करना जरुरी है |

James telescope in space

James Webb Telescope Instruments

इस टेलीस्कोप में चार प्रमुख Scientific Instruments मौजूद होंगे जो है Near InfraRed Camera, Near InfraRed Spectrograph, Mid-InfraRed Instrument और Fine Guidance Sensor | James Webb Telescope में लगे Mirror इतने ज्यादा Sensitive है की ये हज़ारो kilometer दूर मौजूद एक मधुमखी के Heat Signature को Detect करने में सक्षम होंगे |

James telescope in lagrange point 2

James Telescope Journey to Lagrange Point 2

James Webb Space Telescope को Hubble Telescope से विपरीत धरती के Low Earth Orbit की जगह Lagrange Point-2 यानी L2 में स्थापित किया जाएगा | Lagrange Point 2 धरती से करीब 1.5 Million किलोमीटर दूर मौजूद एक खास Spot है |

धरती से बेहद ही ज्यादा दुरी पर होने के कारण इस Point में James Telescope के Observation में धरती और हमारे सूरज का कम से कम Interference पड़ता है जिसके चलते यह बेहद ही आसानी से हमारे इस विशाल ब्रम्हांड का अध्यन कर सकता है | साथ ही इस जगह स्थापित किये जाने वाले Space Missions को अपने Orbit में बने रहने के लिए, बेहद ही कम Fuel का इस्तेमाल करना पड़ता है |

Nasa James Webb Space Telescope

पर इन फायदों के लिए इसे एक बेहद ही बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, धरती से बेहद ही ज्यादा दुरी पर मौजूद होने के कारण Hubble Telescope की तरह यह Telescope Serviceable नहीं रहेगा | यानी अंतरिक्षयात्री समय समय पर Space में जाकर इस Telescope की Repairing कर इसमें नए Instruments नहीं लगा पाएंगे |

यानी James Webb Space Telescope को Perfect बनाने का वैज्ञानिको के पास केवल एक ही मौका रहेगा | इसके विपरीत 1990 में launch किये गए Hubble Telescope को ख़राब Mirror के साथ Launch किया गया था और अगर इसे 1993 में Astronauts द्वारा बनाया नहीं जाता तो हम Hubble Telescope से एक भी अच्छी तस्वीर नहीं ले पाते | पर आखिर वैज्ञानिक इस Telescope के लिए इतना ज्यादा खर्च और मेहनत क्यों कर रहे है, James Webb Telescope इसके बदले वैज्ञानिको को क्या देगा ?

James Webb space telescope

How James Telescope look back in time

दूसरे तारे और आकाशगंगाये हमारे पृथ्वी से Billion Kilometers दूर मौजूद है जिसकी वजह से इनके प्रकाश को पृथ्वी तक आने में कई प्रकाश वर्ष का समय लग जाता है। इसलिए हम Telescopes की मदद से हम ब्रम्हांड में जितना ज्यादा दूर देखने में सक्षम होंगे असल में हम अतीत में उतना ही पीछे देख रहे होंगे |

बेहद ही शक्तिशाली Infrared Cameras से लैस James Webb Telescope आज से करीब 13.5 Billion Years पहले हमारे ब्रम्हांड की शुरुआत यानि Big Bang के बाद जन्मे शुरुआती तारो और आकशगंगाओ को देखने में सक्षम होगा | इन शुरुआती आकाशगंगाओ और तारो का करीबी से अध्यन कर हम इनके निर्माण , Developement और साथ ही इनके अंत के बारे में काफी कुछ जान सकते है |

James Telescope

James Telescope Camera and Discoveries

Hubble के Ultra Deep Field Image ने हमारे धरती से कई Billion Light Years दूर मौजूद ऐसे ही कई तारो और आकाशगंगाओ की तस्वीरें ली है | इन तस्वीरो में हमें हमारे धरती से कई Billion Light Years दूर मौजूद ये आकाशगंगाये Red Dots की तरह नज़र आ रही है , जो की हमारे ब्रम्हांड के Expansion की वजह से Redshift हो गयी है |

इन आकाशगंगाओ की Light – Dark Energy की वजह से Longer Wavelenghts में Stretch हो गयी है | ऐसे में अगर हमें हमारे ब्रम्हांड की शुरुआत में जन्मे सबसे पुरानी आकाशगंगाओ को देखना है तो हमें इनकी तस्वीरें Lower Wavelenghts में लेनी होगी | और यह सिर्फ तभी संभव है जब हम इनकी तस्वीरें Infrared में ले |

इसके साथ ही इसका Infrared Telescope आसानी से Gas और Dust के घने Clouds के पीछे छुपे हुए Stars aur Space Bodies को देखने और उनका अध्यन करने में सक्षम होगा | जिससे हम हमारे ब्रम्हांड के उस हिस्से का भी आसानी से अध्ययन कर सकेंगे जिन्हे दूसरे Space Telescope से देख पाना और उनका अध्यन कर पाना संभव नहीं है |

वैज्ञानिको का यह भी मानना है की यह Telescope दूसरे पृथ्वी जैसे ग्रहो का अध्यन करने और वहा किसी प्रकार के Alien Life ढूंढने में हमारी काफी मदद कर सकता है | साथ ही यह हमारे सौरमंडल के Gas Gaints – बृहस्पति और शनि के उपग्रहों जैसे की Europa , Titan और Enceladus का करीबी से अध्यन और वहा जीवन के अस्तित्व की खोज भी करेगा।

The James Webb Space Telescope

James Telescope Launch and Journey

James Webb Telescope के Launch को अभी तक कई बार आगे बढ़ाया जा चूका है और इसके हर दिन के Delay के साथ इसका बजट करीब 10 लाख Dollars बढ़ता जा रहा है | पर आखिरकार वैज्ञानिको को उम्मीद है की इसे इसी साल 18 दिसम्बर को ESA के Ariane 5 Rocket के जरिये South America के French Guiana से Launch किया जा सकता है |

Launch के बाद इसे L2 point तक पहुँचने में तकरीबन एक महीने का समय लग जाएगा | जिसके बाद इसके Deployment , Testing , Communication को Setup करने और इसके Position को Adjust करने का काम किया जाएगा जिसमे और कुछ महीनो का समय लगने की उम्मीद है |

Launch के करीब 6 महीनो बाद वैज्ञानिको को इसके द्वारा खींची गयी पहली तस्वीर देखने को मिलेगी | जिसके साथ ही हमें हमारे ब्रम्हांड के ऐसी अनदेखी जगहों , आकाशगंगाओ और तारो की तस्वीरें देखने को मिलेगी जो की आज तक हमारे Telescopes और समझ से अदृस्य थी | यह हमें हमारे ब्रम्हांड और हमारी शुरुआत के बारे में बताएगा जिसका जवाब हम कई सालो से ढूंढ रहे है | उम्मीद है की यह आने वाले करीब 10 सालो तक काम करता रहेगा और हमारे ब्रम्हांड के ऐसे सवालो का जवाब देगा जिनकी आज हम कल्पना भी नहीं कर सकते |

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