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सूरज के मर जाने के बाद सौरमंडल का क्या होगा? | What will happen after sun dies

Planets around Red Gaint Star

Planets around Red Gaint Star

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दोस्तों, इस ब्रह्माण्ड में जितनी भी चीजों का जन्म हुआ है, एक ना एक दिन उन सभी को मरना ही है, फिर चाहे वो हम सब के जीवन का आधार सूरज ही क्यों ना हो! आज से लगभग 4.5 बिलियन साल बाद सूरज की मृत्यु हो जाएगी। लेकिन, सूरज की मृत्यु कैसे होगी? ये एक बड़ा सवाल है! ये तो हम सभी जानते हैं कि पूरे सोलर सिस्टम का अस्तित्व सूरज की वजह से ही है, तो जब सूरज की मृत्यु हो जाएगी तो फिर इस सोलर सिस्टम का क्या होगा? और सबसे Important सवाल, सूरज की मृत्यु के बाद पृथ्वी पर बसे जीवन का क्या होगा? यदि सूरज की मृत्यु के साथ ही पृथ्वी भी जीवन के लायक न बचे तो फिर नए Home Planet की तलाश में इंसानों को कहां जाना होगा?

सूरज के मर जाने के बाद सौरमंडल का क्या होगा? | What will happen after sun dies

Sun in Space

सूरज की मौत कैसे होगी? | How our sun will die

जब भी किसी इंसान की मौत होती है तो उससे पहले उसे कई बदलाव और परेशानियों से गुजरना पड़ता है। ठीक वैसे ही जब सूरज की मौत होगी तब उसमें भी कई बदलाव आएंगे। सूरज के मृत्यु की उल्टी गिनती तब शुरू होगी जब सूरज का Fuel ख़त्म होगा। सूरज के अंदर Nuclear Fusion की प्रक्रिया होती रहती है। न्यूक्लियर फ्यूजन की ये प्रक्रिया हाइड्रोजन का हीलियम में Convert करता है और यही Helium सूरज के Energy के तौर पर काम करता है।

वर्तमान में सूर्य का Core प्रति सेकेंड 600 मिलियन टन हाइड्रोजन को हीलियम में Convert करता है। जब सूरज का Source of Energy ख़त्म हो जाएगा, तब इसके मृत्यु की उल्टी गिनती भी शुरू हो जाएगी। Energy ख़त्म होने के बाद सूरज काफ़ी बड़ा होता जाएगा। सूरज का Outer Layer Expand होने लगेगा और सोलर सिस्टम पर इसका कब्ज़ा भी बढ़ने लगेगा। आकार बढ़ते बढ़ते सूरज red giant में बदल जाएगा। red giant में बदलने के बाद सोलर सिस्टम भी बर्बादी की ओर बढ़ने लगेगा।

Sun and Other Planets

इन ग्रहो पर मचेगी तबाही | How planets will die due to red gaint sun

सूरज के नजदीक स्थित Mercury और Venus सूरज की चपेट में आ जाएंगे। दोनों ही Planets hot red giant से निकलने वाली अत्यधिक तापमान के कारण पिघल कर सूरज में समा जाएगा। Mercury और Venus के बाद सूरज का अगला शिकार पृथ्वी होगा। पृथ्वी पूरी तरह पिघल कर सूरज में मिलेगा या नहीं, यह इस बात पर Depend करता है कि सूरज का आकार बढ़ना बंद हुआ है या नहीं! यदि सूरज का आकार बढ़ना बंद भी हो जाए तब भी पृथ्वी सूरज के हाई टेंपरेचर को झेल नहीं पाएगा। पृथ्वी भी Almost पिघल जाएगा और इसका सिर्फ iron core ही बचेगा।

Inner Planets के बाद अब Outer Planets Jupiter, Saturn, Uranus और Neptune की बारी होगी। ये सभी Planets Solar System के बेहद ठंडे Region में स्थित है। जब सूरज का आकार बढ़ जाएगा तब Outer Planets की सूरज से दूरी भी कम हो जाएगी। सूरज से निकलने वाला High Radiation इन सभी Planets की कहानी ख़त्म कर देगा।

Gas Gaint Orbiting Red Gaint Star

इन Planets में मौजूद गैस और बर्फ High Temperature सहन नहीं कर पाएंगे और Eventually, विस्फोट के साथ ही ये Planets बीखर जाएंगे। बिखरने के बाद Outer Planets का materials भी सूरज में समा जाएगा। कुछ materials सूरज के चपेट में आने से बच सकते हैं और फिर वो एक साथ जमा हो कर पहले से भी बड़े Planet का निर्माण कर सकते हैं।

Outer Planets के चंद्रमा Europa और Enceladus पर मौजूद बर्फ भी पिघल जाएगा और वहां महासागर का निर्माण होगा। इतने के बाद भी सूरज का तांडव जारी रहेगा। Solar System में gravitational उथल पुथल मच जाएगा। सोलर सिस्टम में मौजूद ऑब्जेक्ट्स अपने orbit से भटक जाएंगे। यदि सूरज के High Temperature से Outer Planets बचे भी रह गए तो gravitational उथल पुथल की स्थिति में उनकी कहानी ख़त्म हो जाएगी। सूरज की Unstable Gravity के कारण Objects इधर उधर भटकने लगेंगे। कई Objects और Planets एक दूसरे से टकरा सकते हैं। या फिर Solar System से बाहर भी जा सकते हैं।

Red Gaint Star and Earth

पृथ्वी की बर्बादी के बाद हमारा नया घर कहां होगा? | Next home after earth

सूरज की मृत्यु आज से लगभग 4.5 बिलियन साल बाद होगी और हम इस घटना के बाद अपने लिए नए घर की बात कर रहे हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि हमें नए घर की तलाश करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। वैज्ञानिकों का ऐसा इसलिए कहना है क्योंकि उनके अनुसार इस घटना के घटित होने से लगभग 3.5 बिलीयन साल पहले ही पृथ्वी पर जीवन खत्म हो जाएगा।

समय के साथ ही सूरज के fusion reaction में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। fusion reaction में बढ़ोतरी होने की वजह से सूरज का तापमान भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

Planet Orbiting Star

” आज से लगभग 1 बिलियन साल बाद सूरज का तापमान इतना ज्यादा हो जाएगा कि इंसान समेत किसी भी जीवन के लिए उसे झेलना असंभव हो जाएगा। और फिर, अत्याधिक radiation के कारण पृथ्वी पर जीवन विलुप्त हो जाएगा “

ख़ैर, यदि किसी तरह भी इंसान सूरज की मृत्यु तक पृथ्वी पर रहते हैं तो फिर उन्हें अपने नए घर की तलाश में सोलर सिस्टम के outermost parts में स्थित प्लूटो और Kuiper Belt में मौजूद दूसरे Dwarf Planets की ओर जाना होगा। और शायद Neptune के चंद्रमा Triton पर भी हमें जीने के लिए उचित माहौल मिल सकता है।

Europa and Enceladus Moon

ये Moons हो सकते है इंसानो का नया घर

वर्तमान में प्लूटो समेत यह सभी जगह अत्याधिक ठंडे हैं। इन सभी प्लैनेट्स का औसत तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट से सैंकड़ों डिग्री सेल्सियस नीचे है। इस स्थिति में वर्तमान में वहां पर जीवन मौजूद होने की कल्पना करना भी नादानी है लेकिन सूरज के red giant में बदलने के बाद सोलर सिस्टम के outermost parts से इसकी दूरी कम हो जाएगी। साथ ही आज की तुलना में सूरज से heat और radiation भी अत्यधिक मात्रा में रिलीज होगा।

Pluto and Kuiper Belt

ऐसे में, प्लूटो तक सूरज से उचित तापमान पहुंचने लगेगा। यह तापमान मौजूदा समय में पृथ्वी की औसत तापमान के आसपास ही होगा। इतने तापमान में इन ग्रहों पर मौजूद बर्फ पिघल कर महासागर में बदल जाएगा।

Liquid form में पानी की मौजूदगी होने और पृथ्वी के जैसा ही तापमान मिलने के कारण प्लूटो और इस Region में मौजूद दूसरे प्लैनेट्स जीवन के लिए योग्य हो सकता है। पानी की मौजूदगी के बाद इन ग्रहों पर वैसी ही परिस्थिति विकसित हो सकती है, जैसा पहली बार पृथ्वी पर जीवन के विकसित होने के समय था। Pluto या इसी Region का कोई ग्रह हमारा नया Home Planet बन सकता है।

White Dwarf Sun

मरजाने के बाद सूरज का क्या होगा | What will happen to sun after red gaint phase

At Last, Red Giant में बदल चुका सूरज अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर पहुंच जाएगा। मृत्यु की स्थिति में पहुंचने के बाद सूरज white dwarf में बदल जाएगा।

इस समय भी सूरज काफी गर्म रहेगा और अत्यधिक मात्रा में जीवन के लिए खतरनाक X-ray radiation रिलीज़ करता रहेगा। और फिर, एक बिलियन साल के अंदर सूरज manageable temperature के साथ एक जगह पर सेट हो जाएगा। white dwarf की स्थिति में ही सूरज trillions of years तक मौजूद रहेगा।

White Dwarf Star and Earth

ये white dwarf नए habitable zone का निर्माण करेगा। चूंकि, इस white dwarf का तापमान बेहद कम होगा तो ये habitable zone भी white dwarf के काफी करीब होगा। यदि इस habitable zone में किसी प्लैनेट का निर्माण होता है तो भी white dwarf की Gravity इस Planet को चूर चूर कर सकता है। तो White Dwarf के आस पास जीवन असंभव होगा।

आप क्या सोचते हैं, सूरज की मृत्यु तक इंसान पृथ्वी पर मौजूद रहे होंगे या नहीं, अगर हां तो फिर उनका नया Home Planet कहां होगा? अपने विचार कमेंट में जरूर बताएं |

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