Mesozoic Era जिसे Dinosaur Era भी कहा जाता है यह वह दौर था जब धरती पर विशालकाए Dinosaurs और Reptiles का एकछत्र राज हुआ करता था | Mesozoic Era की शुरुआत आज से तक़रीबन 252 Million सालो पहले end-Permian extinction के बाद हुई थी | इसे धरती के इतिहास के सबसे विशालकाए Great Extinctions में से एक माना जाता है इस extinction के चलते धरती पर से लगभग 96 प्रतिशत Marine life और 70 प्रतिशत animal और plant species का अंत हो गया | जिसके बाद अस्तित्व में आया Mesozoic era , जिसे मुख्य रूप से 3 भागो में बाटा गया है जिनमे से पहला है Triassic period , जो की आज से करीब 252 million साल से लेकर 200 million साल पहले तक के period को कहा जाता है | इस दौरान सबसे पहले Dinosaurs और Reptiles अस्तित्व में आए थे जो की समय के साथ दुनियाभर में फ़ैल गए |
धरती पर से डायनासोर का अंत और इंसानो की उत्पत्ति | End of Dinosaurs and Mamals Evolution
दूसरा है Jurassic Period ,जो की आज से 200 million साल से लेकर 145 million साल पहले तक के period को कहा जाता है | इस दौरान सबसे पहले mammals , birds और विशालकाए dinosaurs अस्तित्व में आए थे | तीसरा है Cretaceous period ,जो की आज से 145 million साल से लेकर 66 million साल पहले तक के period को कहा जाता है | इस दौरान कई प्रकार के Dinosaurs ,mammals और पौधे अस्तित्व में आए थे | पर Cretaceous Period के अंत में आज से तक़रीबन 65 million साल पहले धरती पर से इन विशालकाए Dinosaurs का हमेशा के लिए अंत हो गया | पर आखिर इन विशालकाए जीवो का अंत कैसे हुआ और कैसे इनका अंत मानवो के उत्पत्ति का कारण बना यह सब जानेंगे हम आज के इस लेख में |
आकाशगंगा के दूसरे छोर में रहते थे डायनासोर | Dinosaurs lived on other side of Universe
हमारे ब्रम्हांड में जो भी चीज मौजूद है वह हमेशा एक Constant Motion और Change में रहती है | चाहे हम बात करे छोटे Atomic Particles की , Planets की या कई light years विशाल Galaxies की, सभी हमेशा एक Constant Motion में रहते है | जैसे की हमारे सौरमंडल में मौजूद सभी Planets हमारे सूर्य का चक्कर लगाते है उसी तरह हमारा सूर्य भी हमारे आकाशगंगा के Center-Sagittarius A के चारो ओर चक्कर लगाता है | पर उसके साथ ही हमारी Galaxy Milky Way जो की कई light years विशाल छेत्र में फैली हुई है वह अपने orbit में घूम रही है और साथ ही तेज गति से Universe में Motion भी कर रही है |
हमारा सूर्य जो की हमारे आकाशगंगा Milky way के center – Sagattarius A का चक्कर लगाता है उसे अपना एक चक्कर पूरा करने में करीब 225 Million सालो का समय लग जाता है | यानी हमारे सूर्य ने अपने जन्म के बाद से केवल 19 बार ही हमारे Galaxy के center का चक्कर लगाया है | आज से करीब 240 Million साल पहले जब Dinosaurs ने हमारे धरती पर पहला कदम रखा था तब हमारा सूर्य हमारे Galaxy Milky way की दूरी तरफ मौजूद था | और आज से करीब 20 ,000 साल पहले मानवो के उत्पत्ति के बाद से यह करीब 1 प्रतिशत भी नहीं हिला है |
कैसे हुआ डायनासोर का अंत | How Dinosaur Era Ended
आज से तकरीबन 6 करोड़ 50 लाख साल पहले करीब 15 किलोमीटर विशालकाए Asteroid अचानक हमारी धरती से आ टकराया | यह टक्कर हिरोशिमा पर गिराए गए एटम बम से भी करीब 10 अरब गुना ज़्यादा शक्तिशाली थी | इस Asteroid के धरती से टकराने के तुरंत बाद ही सैकड़ों किलोमीटर दूर तक आग का गोला फैल गया था। जिसने अपने रास्ते में आने वाले जीवो को तुरंत ही राख में बदल दिया | इस टक्कर से समुद्र में कई मीटर ऊंची खतरनाक लहरें उठी , जिन्होंने आधी दुनिया में तबाही मचा दी थी। इस टक्कर के बाद निकले धूल और राख धीरे धीरे आसमान में फ़ैल गए जिसके कारण हमारे धरती का वायुमंडल कई महीनो तक gas और dust से पूरी तरह ढक गया |
जिससे हमारे सूरज से आने वाली प्रकाश की किरणे धरती की सतह तक पहुंचना बंद हो गई | जिसने धरती के food chain को imbalance कर दिया साथ ही इसकी वजह से हमारी धरती का तापमान कई Degree Celsius तक गिर गया | अचानक आये इस महाविनाश की वजह से जीव जंतुओं और पौधों की कई प्रजातियां तुरंत ही नष्ट हो गई | कुछ महीनो बाद धीरे धीरे पृथ्वी के वायुमंडल से Gas और Dust साफ हुआ और प्रकाश की किरणें धरती तक पहुंचने लगी | लेकिन उसके बाद ग्रीनहाउस गैसेस जो की पृथ्वी के वायुमंडल में पहुंच गई थी उन्होंने पृथ्वी को अचानक बहुत गर्म करना शुरू कर दिया | तापमान में आए इन भयानक उतार-चढ़ाव ने कई और प्रजातियों को नष्ट कर दिया |
Mass Extinction के बाद जीवन की वापसी | Evolution of Life After Mass Extinction
इस Mass Extinction की घटना को Cretaceous–Paleogene extinction event के नाम से जाना जाता है | इस भयानक तबाही के चलते धरती पर रहने वाले तक़रीबन 75 प्रतिशत Animal और Planet Species हमेशा के लिए विलुप्त हो गए | धरती पर रहने वाले 25 किलोग्राम से ज़्यादा वज़नी सभी जीवो का खात्मा हो गया ,साथ ही पेड़ पौधों की कई प्रजातियां भी विलुप्त हो गयी | पर इस भयानक तबाही के बावजूद कुछ छोटे Mammals और उड़ने वाले Dinosaurs अपने आप को बचाने में कामयाब रहे |
ये Mammals काफी छोटे थे जो की काफी हद तक आज के चूहों की तरह दिखाई देते थे | बड़े विशालकाए dinosaurs और दूसरे खतरनाक जीवो से बचने के लिए इन्होने जमीन के नीचे रहना शुरू कर दिया | ये जीव बाद में जाकर आज के आधुनिक Mammals के रूप में Evolve हुए जिनमे इस video को देख रहे Homo Sapiens भी शामिल है | पर इन mammals के साथ ही कुछ उड़ने वाले Dinosaurs भी अपने आप को इस भयानक तबाही से बचाने में कामयाब रहे जिन्होंने बाद में जाकर अपने आप को आज के पक्षियों के रूप में Evolve किया |
पर Evolve होने का यह process इतना भी आसान और सरल नहीं था , बल्कि यह कई अहम् चरणों से होकर गुज़रा था | डायनासोर के खात्मे के बाद पृथ्वी पर जीवन की दुबारा वापसी कैसे हुई इसके बारे हाल ही में Science Journal में एक रिपोर्ट छपी है, रिपोर्ट के लेखक टायलर लाइसन का कहना है कि इस नई खोज से Origin of modern world से जुडी कई हम जानकारिया मिलती है |
अमेरिकी शोध में मिले कई सुराग | American research About Dino Killing Asteroid
अमेरिका के Denver Museum of Nature & Science के शोधकर्ताओं ने Central Colorado के Corral Bluffs से पौधों और जानवरों के कई Rare fossils इकठ्ठा किया । इन Rare Fossils का निर्माण Dino Killing Asteroid के धरती से टकराने के बाद हुए Mass Extinction की वजह से हुआ था | वैज्ञानिको ने इन Rare Fossils का कई सालो तक अध्यन किया जिससे उन्हें इस Mass Extinction और उसके बाद हुए जीवो के Evolution से जुडी कई हम जानकारियों का पता चला। Science Journal में छपी रिपोर्ट में Extinction के बाद के पहले दस लाख सालों में जीवो और पौधों के Evolution और उनके Ecosystem को लेकर एक report पेश किया गया है |
कई चरणों में हुआ था यह Mass Extinction | Stages of Cretaceous–Paleogene extinction Event
वैज्ञानिकों को पहले भी विशालकाए Asteroids के पृथ्वी से टकराने और उसके बाद हुई तबाही के छोटे-मोटे सबूत मिलते रहे हैं, लेकिन धरती पर इतने बड़े पैमाने पर हुई तबाही और Mass extinction के प्रमाण कभी नहीं मिले। इस हालिया Research Report में सैकड़ों Fossils की जाँच की गई है जो कम से कम 16 जीवों और 600 से ज्यादा पौधों के हैं। जिसके बाद वैज्ञानिको का कहना है की Asteroid के पृथ्वी से टकराने के तुरंत बाद धरती का सारा वायुमंडल कई Kilometer मोठे धूल और राख के चादर से ढक गया था जिसने कई महीनो तक सूर्य की किरणों को जमीन में पड़ने नहीं दिया | इसकी वजह से धूप पर निर्भर रहने वाले पेड़ पौधे कुछ दिनों के बाद मर गए |
पर इसकी वजह से धरती पर खाने का संकट पैदा हो गया और धीरे धीरे कर सभी बड़े जीव जंतु मरने लगे | धरती पर जीवन को दूबारा फलने फूलने में काफी समय लग गया | Asteroid के टकराने के करीब एक लाख साल बाद जंगलों में ताड़ के पेड़ों का विस्तार हो गया था और छोटे चूहे जैसे देखने वाले Mammals का वजन मध्य और उत्तर अमेरिका में पाए जाने वाले रकून के बराबर हो गया था।इससे करीब 3 लाख साल के बाद अखरोट के पेड़ों में विविधता शुरू हुई और तब सबसे बड़े Mammals और बड़े बीवर के आकार के हो गए थे। इस नए स्टडी के मुताबिक ये mammals पेड़ो पर विकसित हो रहे थे जहा धीरे धीरे उन्होंने दो पैरो पर चलना शुरू कर दिया था |
क्या कहते है अवशेस | What Fossils tell us about Mass Extinction
Fossils का रिकॉर्ड दिखाता है कि सात लाख साल के बाद फलदार पौधों की उत्पत्ति हो गयी थी और ये धरती के एक बड़े हिस्से में फ़ैल गए थे। इसके साथ ही दो सबसे विशाल Mammal भी इसी दौर में नजर आने शुरु हुए। इनका वजन करीब 50 किलो और आकार भेड़िये के बराबर था। ये उन जीवों से करीब 100 गुना भारी थे जो Dino killing asteroid के धरती पर टकराने के बाद जिंदा बचे थे। देखा जाए तो यह बहुत तेज विकास था।
पर आखिर ये mammals समय के साथ बड़े क्यों हो रहे थे? इसके पीछे कई वझे हो सकती है पर इनमे सबसे प्रमुख है उस समय में उपलब्ध भोजन | उस वक्त तक फलीदार पौधे जिन्हे Legume plants भी कहा जाता है वो धीरे धीरे विक्षित हो रहे थे । इसका एक मतलब यह है कि इन पौधों से mammals को और ज्यादा प्रोटीन मिल रहा था जिसकी वजह से इनका आकर बढ़ रहा था और साथ ही इनके brain का भी विकाश हो रहा था | आज दिखाई देने वाले सरे mammals ऐसे जीव हैं जिनका विकास उन जीवों से हुआ जो विलुप्त होने से बच गए।
Udhane Wale dinasours, kuchh samay ke liye atmosphere me udhkar bach gye the, lekin kuchh samay baad, asteriod ke takrane se Earth se uthi dhul aur Earth particles wapas aag ke gole ke rup me girne Lage, jisse flying dinasours bhi mare gye.
Lekin sir aapne likha hai, ki wo aaj ke birds me badal gye???