Jupiter और Saturn ग्रह हमारे सौरमंडल में मौजूद दो सबसे विशालकाय ग्रह है जो की पूरी तरह गैसों से मिलकर बने हुए है |
सूर्य के बाद हमारे सौरमंडल के Evolution और इसे Shape देने में सबसे बड़ा हाथ इन्ही दोनों ग्रहो का रहा है | दोनों ग्रहो का चक्कर 80 से ज्यादा छोटे और बड़े Moons लगाते है जो की हमारे सौरमंडल के भीतर दो Mini Solar System का निर्माण करते है |
अगर Jupiter और Saturn ग्रह टकरा जाए तो क्या होगा ? | What if Saturn and Jupiter Collide Hindi
पर क्या होगा अगर भविस्य में किसी Cosmic Event के चलते हमारे सौरमंडल में मौजूद ये दो सबसे विशालकाय ग्रह आपस में टकरा जाए ? इसका इन ग्रहो , हमारे सौरमंडल और साथ ही हमारे धरती पर मौजूद जीवन पर क्या असर पड़ेगा ? और क्या इस टककर के बाद बने ग्रह के पास इतना Mass मौजूद होगा की वह अपने अंदर Fusion सुरु कर एक Star बन जाए | ऐसे ही ढेर सारे सवालो के रोचक जवाब जानने के लिए इस Video को अंत तक जरूर देखे |
Our Solar System
हम हमारे सौरमंडल में मौजूद ग्रहो को मुख्य रूप से 2 भागो में बाट सकते है | जिसमे सबसे पहला है हमारे सौरमंडल के भीतरी छेत्र में मौजूद Inner Rocky Planets – जिसमे Mercury , Venus , Earth और Mars जैसे ग्रह आते है | वही अगर आप मंगल ग्रह के परे मौजूद Asteroid Belt को पार करते है तो उसके बाद आपको हमारे सौरमंडल के विशालकाय Gas Gaints देखने को मिलेंगे |
जिसमे Jupiter , Saturn , Uranus और Neptune जैसे ग्रह शामिल है | Gas Gaints ऐसे ग्रह होते है जो की मुख्य रूप से Hydrogen और Helium जैसे गैसों से मिलकर बने हुए होते है | इनका Core बेहद ही छोटा होता है जिसे Dense बादलो के कई Layers ढके हुए होते है |
Saturn and Jupiter Planets
किसी भी Future Space Traveller के लिए Saturn और Jupiter जैसे Gas Gaints किसी Dream Destination की तरह हो सकते है | पर जब ये Travellers इन ग्रहो पर पहुंचेंगे तब उन्हें पता चलेगा की इन ग्रहो पर उनके Spacecraft को Land कराने के लिए कोई Hard Surface ही मौजूद नहीं है | साथ ही इन Gas Gaints का Atmosphere बेहद ही ज्यादा खतरनाक और भयंकर होता है |
जिसकी वजह से कोई भी Spacecraft जो इन ग्रहो के Atmosphere के भीतर जाएगा वह बेहद ही High Pressure और Temperature की वजह से कुछ ही समय में जलकर नष्ट हो जाएगा | यानी ये Gas Gaints जितने खूबसूरत और अद्भुत लगते है वो उतने की ज्यादा खतरनाक और भयानक भी है | इन कारणों की वजह से और हमारे धरती से बेहद ही ज्यादा दुरी के चलते अबतक केवल कुछ ही मिशन इन Gas Gaints का करीबी से अध्यन कर पाए है |
Jupiter Planet Composition and Missions
Jupiter ग्रह का Core या तो Solid हो सकता है या फिर यह Dense गैसों के बेहद ही मोठे पर्त से मिलकर बना हुआ हो सकता है | इसके Core में Pressure बेहद ही अधिक होता है जिसकी वजह से वैज्ञानिको का अनुमान है की इसके Core का तापमान 50000 Degree Celsius के करीब हो सकता है |
Jupiter’s core formation and composition
Galileo और Juno मिशनों द्वारा इसके Core के बारे में जुटाई गयी जानकारी के अनुसार Jupiter ग्रह का Core केंद्रित न होकर फैला हुआ है | वैज्ञानिको का मानना है की ऐसा आज से करीब 4.5 Billion सालो पहले हमारे धरती से करीब 10 गुना विशाल Planet के Jupiter ग्रह से टकराने की वजह से हो सकता है | इस टकराव की वजह से इसका Core बट गया और Heavy Eements इसके Core में केंद्रित होने के बजाए बिखर गए |
Jupiter Gravitational force and it’s effects
अपने विशालकाय आकार की वजह से हमारे सौरमंडल में सूर्य के बाद Jupiter ग्रह का ही सबसे ज्यादा प्रभाव रहता है | ज्यादा Mass होने की वजह से इसकी Gravity भी बेहद ही अधिक होती है जो की दूसरे Planets और Solar Bodies जैसे की Comets और Asteroids को अपनी और खींचता है | जिसकी वजह से इसे कई बार हमारे सौरमंडल के Vaccum Cleaner के तौर पर भी जाना जाता है |
Saturn Planet Composition and Mission
वही Jupiter ग्रह से आगे जाने पर हमे एक और विशालकाय Gas Gaint नज़र आएगा जिसकी सबसे बड़ी पहचान है इसका विशालकाय और खूबसूरत Ring System | शनि ग्रह के ये Rings कई सारे छोटे छोटे Ice और Rock Particles से मिलकर बने हुए है जिनका आकार कुछ सेंटीमीटर से लेकर कई मीटर तक है |
वैज्ञानिको के अनुसार Saturn के इन Rings का निर्माण किसी विशालकाय Comet , Asteroid या फिर इसके किसी Moon के टूट जाने के कारण हुआ है | Saturn हमारे सौरमंडल का दूसरा सबसे विशालकाय ग्रह है जो की Jupiter ग्रह की तरह ही गैसों से मिलकर बना हुआ है | इस ग्रह का सबसे पहले अध्यन Pioneer 11 और Voyager मिशनों ने Flyby के जरिये किया था | पर 1997 में Launch किया गया Cassini Huygens मिशन इस ग्रह के Orbit में रहकर इस ग्रह और इसके ढेर सारे Moons का करीबी से अध्यन करने वाला पहला Mission बना |
What if Saturn and Jupiter Planets Collide
संभवतः Jupiter और शनि ग्रह हमारे सौरमंडल में मौजूद दो सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है जिन्होंने अरबो सालो के दौरान हमारे सौरमंडल के Shape और उसके Evolution में काफी बड़ा योगदान दिया है | पर यहाँ एक hypothetical सवाल यह है की क्या होगा अगर भविस्य में हमारे सौरमंडल में मौजूद ये दो सबसे विशालकाय ग्रह आपस में टकरा जाए ? इसका इन ग्रहो , हमारे सौरमंडल और साथ ही हमारे धरती पर मौजूद जीवन पर क्या असर पड़ेगा ?
How Saturn and Jupiter can collide with each other
हमारा यह सौरमंडल एक पूरी तरह Developed और Stable – SolarSystem है ऐसे में दोनों ही ग्रहो के मौजूदा Orbit को देखते हुए इन दोनों ही ग्रहो का आने वाले कई Billion सालो के दौरान एक दूसरे से टकराने की कोई सम्भावनाये मौजूद नहीं है |
पर Space एक बेहद ही Unpredicted जगह है और हो सकता है कि भविस्य में किसी विशालकाय Cosmic Event जैसे की Galactic Tidal Forces , विशालकाय Asteroid या हमारे सौरमंडल के समीप से गुजरते हुए Rogue Star कि वजह से भविस्य में इन दोनों ही ग्रहो के टकराने कि स्तिथि बन सकती है | ऐसे में वैज्ञानिको के एक दल ने Physics Based Simulation कि मदद से यह जानने कि कोशिश कि है कि अगर भविस्य में ये दोनों ही ग्रह टकरा जाते है तो क्या होगा |
Collision of Jupiter and Saturn Planets
आइये इसे इन तस्वीरो के माध्यम से समझने कि कोशिश करते है | इनदोनो ही ग्रहो के टकराने कि स्तिथि में सबसे पहले Jupiter ग्रह के शक्तिशाली Gravitational Pull कि वजह से शनि ग्रह के Rings इसके ओर सबसे पहले खींचे चले आएँगे | जिसके बाद इन दोनों ही ग्रहो के Atmosphere एक दूसरे से टकराएंगे जिसके चलते काफी ज्यादा Heat और Energy पैदा होगी |
और आखिरकार Jupiter ग्रह के आगे शनि ग्रह घुटने टेक देगा और वह पूरी तरह इसके अंदर समा जाएगा | इस Collision के चलते जिस नए ग्रह क निर्माण होगा उसका Mass और आकार Jupiter ग्रह से करीब 1.25 गुना ज्यादा होगा | साथ ही ज्यादा Mass और Density कि वजह से इस नए ग्रह का Average तापमान भी काफी अधिक होगा | जहा वर्तमान समय में Jupiter ग्रह का Average तापमान माइनस 150 degree Celsius है वही Collision के बाद बने इस नए ग्रह का Average तापमान करीब 52 Degree Celsius तक हो सकता है |
Can Jupiter become a star after collision?
Jupiter ग्रह को इसके आकार के कारण एक Failed Star भी कहा जाता है क्यूंकि यह आकार में हमारे आकाशगंगा में पाए गए कुछ सबसे छोटे तारो से भी कही ज्यादा विशालकाय है | Jupiter ग्रह का Diameter करीब 140000 Kilometer है वही वैज्ञानिको ने हमारे आकाशगंगा में 120000 Kilometer Diameter वाले तारो कि भी खोज कि है |
ऐसे में आप में से कुछ लोगो का यह सवाल होगा कि क्या Collision के बाद बने इस नए ग्रह के Pass इतना आकार और Mass मौजूद है कि यह एक Star बन जाए ? यहाँ जानने वाली सबसे पहली बात यह है कि कोई विशालकाय Space Body अपने अंदर Fusion सुरु कर एक Star बन सकता है या नहीं | यह उस Body का Mass Decide करता है न कि उसका आकार | एक Object का Mass जितना ज्यादा अधिक होगा उसका Internal pressure भी उतना ही अधिक होगा जो कि उसके अंदर Nuclear Fusion सुरु करने में मदद करेगा |
हमारे ब्रम्हांड में खोजे गए सबसे छोटे तारो का भी Mass – Jupiter ग्रह से करीब 70 गुना ज्यादा है जिसे वैज्ञानिक Nuclear Fusion सुरु करने के लिए एक Threshold भी मानते है | यानी किसी Space Object का Mass अगर Jupiter ग्रह से 70 गुना ज्यादा होगा तभी वह अपने अंदर Fusion सुरु कर एक Star बन सकता है | वही 1.25 Jupiter Mass के साथ हमारा नया ग्रह – Star Formation के लिए जरुरी Mass के करीब भी मौजूद नहीं है |
Changes in Jupiter’s Composition after Collision
Jupiter और शनि ग्रह के Collision के चलते सिर्फ हमारे नए ग्रह के आकार में ही बदलाव नहीं आएगा पर साथ ही हमारे नए ग्रह के Composition में भी बदलाव आएगा | हमारे नए ग्रह में Jupiter ग्रह कि तुलना में कही ज्यादा Iron , Silicate और Hydrogen मौजूद होगा | पर साथ ही इसमें कही ज्यादा मात्रा में Water भी मौजूद होगा जो कि मुख्य से शनि ग्रह के तबाह हो चुके Rings में मौजूद Ice Particles से आएगा |
जहा शनि ग्रह के Rings का ज्यादातर भाग Jupiter ग्रह में शमा जाएगा वही इसका कुछ हिस्सा इसके Orbit में पहुंचकर एक छोटे Ring System का भी निर्माण कर सकता है जो कि हमे ख़त्म हो चुके शनि ग्रह के विशालकाय Rings कि याद दिलाएगा |
9th Planet of our Solar System
पर यह पहली बार नहीं होगा कि हमारे सौरमंडल का एक ग्रह अचानक ही गायब हो जाए | शोधकर्ताओ का मानना है कि हमारे सौरमंडल के निर्माण के समय Jupiter और Neptune ग्रह के बीच एक और ग्रह मौजूद था जो कि किसी Violent Event के चलते हमारे सौरमंडल से Eject हो गया और हमेशा के लिए हमारे आसमान और सौरमंडल से गायब हो गया | साथ ही आज से अरबो सालो पहले मंगल ग्रह के आकार का एक ग्रह हमारे पृथ्वी ग्रह से टकराया था जिसके चलते Moon का निर्माण हुआ था |
How Jupiter and Saturn Helped Life to evolve on earth
Jupiter और शनि ग्रह ने सौरमंडल के विकास और हमारे धरती पर जीवन कि उत्पत्ति में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है | इन विशालकाय ग्रहो कि Gravity – Outer Solar System से आने वाले Asteroids और Comets से हमारी रक्षा करती है जिसकी वजह से हमारे धरती पर हालात जीवन के लिए अनुकूल हो पाए है |
अगर ये ग्रह नहीं होते तो हो सकता है कि हमारे धरती पर पनपने वाले पहले Microrganism – किसी Asteroid Impact के चलते ख़त्म हो जाते और हमारे धरती पर हालात जीवन के अनुकूल ही नहीं रहते | Jupiter और शनि ग्रह का Collision न सिर्फ हमारे सौरमंडल को पूरी तरह बदल देगा पर साथ ही यह हमारे धरती पर मौजूद जीवन पर भी असर डालेगा | खैर यह तो वक़्त ही बताएगा कि भविस्य में हमारे पृथ्वी ग्रह और हमारे सौरमंडल का क्या होगा |