दोस्तों, Pluto हमारे सौरमंडल के बाहरी छोर में मौजूद एक Dwarf Planet यानी बौना ग्रह है जिसकी खोज 1930 में की गयी थी | खोज के समय Pluto को एक ग्रह के श्रेणी में रखा गया था , पर जब हमने धीरे धीरे हमारे सौरमंडल के बारे में और जानना शुरू किया तब हमें पता चला की Pluto की तरह ही हमारे सौरमंडल में सैकड़ो Small Planets मौजूद है | ऐसे में 2006 में आख़िरकार Pluto को ग्रहो के श्रेणी से हटाकर एक Dwarf Planet यानी का दर्जा दे दिया गया |
Pluto पर अगला इंसानी Space Mission | Next Space Mission to Pluto
Pluto पर भेजा गया New Horizons Mission
2006 में Launch किया गया Nasa का New Horizons इस Dwarf Planet का करीबी से अध्यन करने वाला पहला Mission बना |
July 2015 में यह Mission , Pluto के करीब से होकर गुजरा , जिस दौरान इसने इस Dwarf Planet का करीबी से अध्यन किया | इस अध्यन के दौरान वैज्ञानिको को Dwarf Planet Pluto से जुडी हुई कई महत्वपूर्ण जानकारियों का पता चला जिसने वैज्ञानिको का इस Dwarf planet को देखने का नजरिया हमेशा के लिए बदल दिया |
शुरू में वैज्ञानिको का मानना था की Pluto एक Inactive ice gaint है जहा वैज्ञानिको के जानने के लिए कुछ खास नहीं है | पर New Horizons द्वारा जुटाई गई जानकारियों से हमें पता चला की Pluto हमारी सोच से कही ज्यादा Active है |
यहाँ active Ice Volcanos और Nitrogen Ice से बने हुए विशाल पहाड़ मौजूद है , साथ ही Pluto में एक Nirogen Rich Atmosphere मौजूद है जिसकी वजह से यहाँ तेज हवाएं चलती है | साथ ही वैज्ञानिको का मानना है की यहाँ बर्फ के मोठे परत के नीचे Liquid Water के महासागर भी मौजूद हो सकते है जहा किसी प्रकार का जीवन फलफूल रहा हो | पर New Horizons Mission के दौरान हमें Pluto का अध्यन करने के लिए केवल कुछ दिनों का समय मिला था , साथ ही Flyby की वजह से हम Pluto के केवल 40 प्रतिशत हिस्से का अध्यन कर पाए थे वो भी काफी पुराने Scientific Instruments के जरिये |
जिसकी वजह से अमेरिकी स्पेस एजेंसी Nasa, Pluto के बारे में और अच्छे से जानने के लिए और उसका लम्बे समय तक अध्यन करने के लिए एक विशेष Pluto Orbital mission पर काम कर रहा है | ” जो की लम्बे समय तक Pluto के Orbit में रहकर उसके Atmosphere , Surface , Subsurface Water और उसके Moons का अध्यन कर सकेगा ”
New Horizons मिशन ने Pluto पर क्या देखा ? | New Horizons Research
Dwarf Planet Pluto , Kuiper Belt में मौजूद सबसे बड़ा Object है | Kuiper Belt मुख्य रूप से Neptune ग्रह से परे मौजूद Icy Bodies का एक Solar Disk है जहा लाखो की संख्या में Icy Comets और Pluto , Haumea , Eris , Makemake जैसे Dwarf planet मौजूद है | Pluto के लिए नासा ने अब तक कोई Specific मिशन Launch नहीं किया है | प्लूटो के बारे में मिली हमें अब तक की सारी जानकारी New Horizons नाम के inter planetary mission से मिली थी |
जिसने बाद में जाकर 1 जनवरी 2019 को एक और Kuiper Belt Object , Ultima Thule के Flyby को पूरा किया | New Horizons मिशन से हमें प्लूटो के बारे में बहुत सारी ऐसी जानकारी मिली जो कि दुनियाभर के वैज्ञानिको के लिए बिलकुल नयी थी | और इसी मिशन ने वैज्ञानिको के लिए एक आम से लगने वाले Dwarf Planet को बेहद ही खास और रोचक बना दिया |
शुरू में वैज्ञानिको का मानना था की Pluto एक icy dwarf planet है जो की लाखो सालो से in active है और ऐसे ही पड़ा हुआ है | जहा सदियों से किसी भी प्रकार की कोई हलचल नहीं होती होगी | और इसी वजह से शुरू में वैज्ञानिको ने इस Dwarf planet पर कोई खास रूचि भी नहीं दिखाई थी |
पर हाल ही में Pluto पर किये गए अध्यनो और new Horizons मिशन द्वारा जुटाए गयी जानकारियों से हमें पता चला है की Pluto एक बेहद ही active solar body है | ” यहाँ एक Nitrogen rich Atmosphere मौजूद है , जो की काफी हद तक हमारे पृथ्वी की तरह है | दिन के समय Surface में जमी हुई बर्फ भाप बनकर उड़ने लगती है जो की तेज हवाओ के जरिये इस Dwarf planet के एक छोर से दूसरे छोर तक का सफर तय करती है | पर रात के समय यहाँ का तापमान काफी कम हो जाता है जिसकी वजह से ये वापस Nitrogen Ice के रूप में जम जाते है | यह सिलसिला लाखो सालो से यहाँ चल रहा है “
साथ ही यहाँ Surface पर वैज्ञानिको को active Ice Volcanos का भी पता चला है जो की यह बताता है की Pluto का Core अभी भी काफी active हो सकता है | वैज्ञानिको को यहाँ Surface पर Organic Molecules और Nitrogen Ice से जमे हुए कई किलोमीटर विशाल पहाड़ो का भी पता चला है |
जब वैज्ञानिको ने Pluto के Surface का अध्यन किया तब उन्हें पता चला की केवल कुछ लाख सालो पहले तक यह Dwarf planet geographically काफी active रहा होगा | साथ ही वैज्ञानिको के अनुसार काफी सम्भावना है की इसके कई किलोमीटर विशाल मोठे बर्फ के पर्त के नीचे Sub Surface Liquid Water के महासागर मौजूद हो सकते है |
New Horizon ने प्लूटो का सीमित अध्यन किया था
पर New Horizons मिशन जब Pluto के करीब से होकर गुज़रा तब वैज्ञानिको के पास इस Dwarf Planet का अध्यन करने के लिए केवल कुछ दिनों का वक़्त और सीमित Scientific Instruments थे | जिस दौरान वैज्ञानिक इस dwarf planet के बारे में काफी कम जानकारिया जुटा पाए | जब New Horizons मिशन ने Pluto के Flyby को अंजाम दिया तब यह इसके केवल एक Side का ही अध्यन कर पाया | यानी इस Dwarf Planet Pluto के बारे में हमारी जानकारिया काफी कम है | यह मिशन Pluto के केवल 40 प्रतिशत Surface को ही Map और उसका अध्यन कर पाया |
साथ ही New Horizons में मौजूद Scientific Instruments काफी पुराने और कम Advance थे जो की वैज्ञानिको के आज के जरूरतों के हिसाब से Data जुटाने और Pluto के Surface का अच्छे से अध्यन कर पाने में नाकाम रहे |
अगर हमें Pluto के Surface , उसके Active Core और वहा मौजूद Sub Surface Ocean का अच्छे से अध्यन करना है तो हमें वहा और भी आधुनिक Science Instruments के साथ जाना होगा |
साथ ही अगर हमें Pluto और उसके Moons के बारे में और अधिक जानकारिया जुटानी है तो हमें Flyby की जगह उसके Orbit में रहकर उसका और उसके Moons का अध्यन करना होगा | यानी की हमें Pluto पर एक Orbiter मिशन भेजना होगा जो की उसके Orbit में कई सालो तक रहकर उसके Surface , उसके Core , Atmosphere और उसके Moons का अध्यन कर जरुरी जानकारिया धरती तक भेज सकेगा |
प्लूटो पर भेजा जाएगा Pluto Orbiter Space Mission
जिसकी वजह से अमेरिकी स्पेस एजेंसी Nasa कई सालो से ऐसे किसी मिशन पर विचार कर रहा था और हाल ही में उसने Pluto पर एक Seperate , Orbiter Mission के Prototype पर काम करना शुरू किया है |
इस मिशन के Prototype पर काम करने के लिए नासा ने SWRI यानी कि साउथ वेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट के साथ हाथ मिलाया है | यह Research Institute इससे पहले New Horizon Mission के Prototype पर भी काम कर चूका है | जिसकी वजह से उन्हें काफी अच्छे से पता है की इस तरह के किसी Mission को अंजाम देने के लिए किस तरह के Spacecraft , Scientific Instruments , Propulsion System और Communication Sytem की जरुरत होती है | Pluto पर भेजे जाने वाले इस मिशन को अब तक कोई specific नाम नहीं दिया गया है और इसे अभी Pluto Orbiter mission के नाम से operate किया जा रहा है |
यह Orbiter, New Horizons Class का एक Spacecraft होगा जिसमे Pluto का अध्यन करने के लिए आधुनिक Science Instruments मौजूद होंगे जो की इसके Nitrogen Rich Atmosphere , Nitrogen Ice से भरे हुए Surface और पहाड़ , उसके Active Core , Sub Surface Water और उसके चारो Moons का करीबी से अध्यन करेंगे | इसमें एक काफी आधुनिक Transmission System भी मौजूद होगा जो की New Horizons के Transmission System से 10 गुना शक्तिशाली होगा |
ताकि यह Spacecraft इस Orbiter द्वारा जुटाई गयी जानकारियों को जल्द से जल्द धरती तक भेज सके | Pluto तक जल्द से जल्द पहुंचने के लिए इस Spacecraft में आधुनिक Chemical Propulsion System का उपयोग किया जाएगा जिसका उपयोग इससे पहले Dwarf Planet Ceres में भेजे गए Dawn Mission में किया गया था जो की कम समय में इस Spacecraft को Pluto तक पहुंचाएगा |
कब launch किया जाएगा Pluto Orbiter Mission?
अगर सब कुछ ठीक और Plan के मुताबिक रहा तो इस मिशन को 2030 तक Launch किया जा सकता है | जिसके बाद यह 2 सालो की यात्रा कर हमारे सौरमंडल के Gas Gaint , Jupiter ग्रह के Orbit में पहुंचेगा | जिसके बाद यह Gravity Assist के जरिये Jupiter ग्रह के Gravity का उपयोग कर अपनी Speed को बढ़ाएगा और Pluto तक का अपना 7 से 8 सालो का लम्बा सफर शुरू करेगा | उम्मीद है की यह Spacecraft 2040 तक इस dwarf Planet तक पहुंच जाएगा |
जिसके बाद यह इसके सबसे बड़े Moon Charon के Gravity का उपयोग कर Pluto के Orbit में दाखिल होगा | यह करीब 2 से 3 सालो तक Pluto ग्रह के Orbit में रहकर उसका और उसके चारो Moons का अध्यन करेगा | अपने Mission के दौरान यह बार बार Pluto और उसके सबसे बड़े Moon , Charon के Orbit से होकर गुजरेगा |
जिस दौरान यह इनके Surface , Atmosphere , Sub Surface Water ,Magnetic Field और Ice Poles का करीबी से अध्यन करेगा | कुछ सालो के बाद जब यह अपने सभी Scientific Objectives को पूरा कर लेगा तब यह अपने दूसरे Stage Mission को शुरू करेगा | इसका दूसरा Mission होगा Kuiper Belt और उसमे मौजूद Solar Bodies का अध्यन करना |
New Horizons Mission जो की अभी Kuiper Belt में मौजूद है उसने हमें बताया है की Kuiper Belt अभी भी काफी Active है जहा इंसानो के खोजने और अध्यन करने के लिए काफी कुछ मौजूद है | ऐसे में वैज्ञानिक चाहते है की Pluto Orbital Mission अपने दूसरे चरण में Kuiper Belt का भी अध्यन कर ले | ताकि एक ही Mission के जरिये दो Scientific Missions को पूरा किया जा सके |
पर अभी यह Mission काफी दूर है और अभी केवल इसके Prototype और Feasibility Study पर काम शुरू हुआ है | ऐसे में भविस्य ही बताएगा की यह Mission कभी अस्तित्व में आएगा भी या नहीं | ऐसे में आप इस Mission और हमारे सौरमंडल के बाहरी छोड़ में मौजूद Dwarf Planet Pluto के बारे में क्या सोचते है हमें जरूर बताये |