20 October 2020 को NASA के Asteroid Sampling Mission – OSIRIS-Rex ने पहली बार हमारे धरती से करीब 321 Million Kilometers दूर मौजूद Bennu Asteroid के Surface को Touch कर उसके Samples को इकठा करने में सफलता हासिल की | यह पहली बार था जब NASA का कोई मिशन किसी Near Earth Asteroid पर जाकर वहा से उसके Samples को इकठा कर रहा था |
वर्तमान समय में यह Spacecraft इन Samples के साथ वापस हमारे धरती पर आ चूका है | पर आखिर NASA क्यों इस Near Earth Asteroid के कुछ ग्राम Samples के लिए अरबो Dollars खर्च कर चूका है जो की भविस्य में हमारे पृथ्वी से टकरा सकता है | और आखिर कैसे इस Asteroid Samples का अध्यन कर वैज्ञानिक हमारे सौरमंडल के निर्माण और हमारे पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति की पहेली को सुलझा सकते है यह सब जानेंगे हम आज के इस Article में |
NASA OSIRIS – Rex Asteroid Sample Return Mission
OSIRIS – Rex NASA के महत्वाकांक्षी New Frontiers Program का तीसरा Planetary Science Mission है इससे पहले इस Program के अंतर्गत 2006 में New Horizons और 2011 में Juno जैसे मिशनों को Launch किया जा चूका है | OSIRIS – REx Mission का मुख्य उद्देश्य Bennu नाम के एक Near Earth Asteroid का करीबी से अध्यन कर उसके Surface से Dust और Rocks के Samples को इकट्ठा करना और उसे सफलतापूर्वक वापिस धरती पर लाना है |
पर यहाँ एक सवाल यह है की NASA ने हमारे सौरमंडल में मौजूद लाखो Asteroids में से आखिर Bennu को ही क्यों Sample Collection और अध्यन के लिए चूना ? हमें इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमारे धरती से करीब 321 Million Kilometer दूर इस Near Earth Asteroid के बारे में करीबी से जानना होगा |
Bennu Asteroid and its Importance
Bennu Asteroid हमारे सौरमंडल में मौजूद लाखो asteroids में से एक है पर यह एक Near Earth Asteroids है | Near Earth Asteroids हमारे सौरमंडल में मौजूद ऐसे Asteroids होते है जो की 1.3 AU या उससे कम दुरी से हमारे सूर्य का चक्कर लगाते है | ऐसे में इन्हे Potentially Hazardous Objects माना जाता है जो की अपने Orbit के दौरान हमारे धरती के बेहद ही पास आ जाते है जिसकी वजह से इनका हमारे धरती से टकराने का खतरा बना रहता है |
Bennu ऐसा ही एक Near Earth Asteroid है जिसकी खोज Near-Earth Research Team द्वारा 1999 में की गयी थी | Bennu एक B Types – Carbon Rich Asteroid है, जो की मुख्य रूप से Carbon और दूसरे Minerals से मिलकर बना हुआ है | वैज्ञानिको के अनुसार यह एक बेहद ही Low Density Asteroid है जिसका करीब 60 प्रतिशत हिस्सा Empty Space है, यानी की यह Asteroid अंदर से खोखला है |
वैज्ञानिको के अनुसार इस Asteroid का निर्माण आज से 4.6 Billion सालो पहले मंगल और Jupiter ग्रह के बीच मौजूद Asteroid Belt में हुआ था पर दूसरे ग्रहो और Asteroids के Gravitational Tug के कारण कई लाखो सालो के दौरान इसका Path Change होकर हमारे धरती के करीब हो गया |
और वर्तमान समय में सूरज के Gravitational Force और Sunlight के कारण हर साल यह Asteroid करीब 300 मीटर हमारे सूरज की ओर खिसकते जा रहा है | Bennu Asteroid हर 6 सालो में धरती के करीब से होकर गुजरता है ऐसे में उनका अनुमान है की आज से सैकड़ो सालो बाद सन 2175 से 2199 के दौरान यह Asteroid हमारे धरती के सबसे करीब से होकर गुजरेगा | और इस दौरान इस Asteroid के हमारे धरती से टकराने के 2700 में से 1 सम्भावना है |
क्यों ख़ास है Bennu Asteroid
इस Asteroid के बारे में सबसे ख़ास बात यह है की अपने निर्माण के बाद से इस Asteroid के Overall Composition और Structure में पिछले कई Billion सालो के दौरान कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है| जिसका अर्थ यह है की इसके Surface में मौजूद Chemicals , Dust और Rocks हमारे सौरमंडल के जन्म के समय जितने ही पुराने है |
यानी आप इस Asteroid को Space में मौजूद एक Time Capsule भी कह सकते है जो की हमें हमारे सौरमंडल के निर्माण के बारे में काफी कुछ बता सकता है | साथ ही वैज्ञानिको का यह भी मानना है की धरती के शुरुआती दिनों में Bennu जैसे ही कई Asteroids धरती से टकराये थे जिन्होंने हमारे धरती पर जीवन की उत्पत्ति के लिए जरुरी Water और दूसरे Organic Materials को लाने का काम किया था | ऐसे में वैज्ञानिक Bennu Asteroid के Aamples का अध्यन कर हमारे धरती पर जीवन की उत्पत्ति से जुड़े हुए कई रहस्यों पर से पर्दा उठ सकते है |
साथ ही वैज्ञानिक इस तरह के Near Earth Asteroids के Composition और उसके Trajectory का करीबी से अध्यन कर ऐसे Asteroids की पहचान कर सकते है जिनसे भविस्य में हमारी धरती कोई खतरा हो सकता है | ये सभी वो मुख्य कारण थे जिसकी वजह से NASA ने अपने महत्वकांशी Asteroid Sample Return Mission के लिए हमारे धरती से करीब 321 Million Kilometer दूर मौजूद इस Asteroid को अपने Mission के लिए चूना |
OSIRIX – Rex Mission Timeline and Journey
OSIRIX – Rex मिशन को 8 सितम्बर 2016 में Florida से launch किया गया था जिसके बाद कई Maneuvers , Gravity Assist और Trajectory Correction के बाद इसने Asteroid Bennu का अपना सफर सुरु किया | करीब 2 सालो तक 319 Million Kilometer का लम्बा सफर तय करने के बाद August 2018 में Spacecraft को पहली बार Bennu Asteroid की झलक दिखाई दी और फिर इसने अपने Approach Phase की शुरुआत की |
इस Phase के दौरान Spacecraft ने पहली बार Bennu की तस्वीरें ली और फिर इसके Shape , Orbit व Trajectory का अध्यन किया | जिसके कुछ महीनो के बाद दिसम्बर 2018 को यह Spacecraft आखिरकार Bennu के Orbit में सफलतापूर्वक दाखिल हुआ जिसके साथ ही इसके Preliminary Survey Phase की शुरुआत हुई | इस Survaey Phase के दौरान Spacecraft ने करीब पांच बार इसका चक्कर लगाया जिस दौरान यह इसके North Pole , Equator और फिर South Pole से होकर गुजरा | Preliminary survey का मुख्य मकशद Bennu Asteroid के Mass , Spinning Speed और Structure का अध्यन कर इसके Shape का एक Global Model बनाना था |
Bennu Asteroid Research and Discoveries
Bennu Asteroid का अध्यन सुरु करने के बाद वैज्ञानिको को इसके बारे में कई अनोखी बातों का पता चला , शुरू में वैज्ञानिको का मानना था की इस Asteroid का Surface बेहद ही Smooth हो सकता है जो की मुख्य रूप से Space Dust और छोटे Rocks से भरा हुआ होगा | पर वैज्ञानिको को शुरुआती अध्यन में पता चला की इसका Surface बेहद ही उबर खाबड़ है जहा कई विशाल Rocks और Boulders मौजूद है |
साथ ही वैज्ञानिको का यह भी मानना थी यह Asteroid Geographically Inactive होगा जहा कई लाखो सालो से कोई हलचल नहीं हुई है | पर Bennu Asteroid के Orbit में पहुंचने के केवल 1 Week के भीतर ही Spacecraft को इसके Surface से Eject होने वाले Space Dust और Rocks का पता चला जो की सूर्य की गर्मी और इसके Weak Gravity की वजह से Space में जा रहे थे |
जिसके बाद OSIRIS – Rex Spacecraft ने फरवरी 2019 में अपने Detailed Survey Phase की शुरुआत की, इस Phase के दौरान यह Spacecraft कई अलग अलग Angles से Bennu Asteroid के करीब से होकर गुजरा ताकि यह इसके Surface का पास से अध्यन कर सके | Spacecraft ने अपने OTES Spectrometer का उपयोग कर Asteroid के Surface के Chemical Composition को Map करना सुरु किया |
साथ ही इस दौरान इसने इस Asteroid के Surface की High Resolution तस्वीरें लेना भी सुरु किया ताकि वैज्ञानिक इसके Surface का एक Digital Map तैयार कर सके | इस Phase का मुख्य मकशद Sample Collection के लिए एक सही site की पहचान करना था जहा Spacecraft को इसके Surface में मौजूद Rocks और Boulders से कोई खतरा न हो |
OSIRIS – Rex और Bennu Asteroid का Sample Collection
इस Phase के अंत में वैज्ञानिको ने Sample Collection के लिए इसके Surface में मौजूद 4 अलग अलग Sites की पहचान की | जिसके बाद यह Spacecraft बारी बारी से सभी 4 अलग अलग Sites के ऊपर से होकर गुजरा ताकि यह इन Sites के Surface का और करीबी से अध्यन कर सके |
इन अध्यनो के बाद आखिरकार वैज्ञानिको ने Bennu के North Pole में मौजूद Nightingale नामक जगह को Sample Site के तौर पर चूना | यह Site दूसरे Sites के उपेक्षा Relatively Young हैजिसके Surface में मौजूद Dust और Rock अभी Freshly Exposed हुए है | जिसके बाद 20 अक्टूबर 2020 को इसने अपने Touch and Go मिशन की शुरुआत की, इस दौरान यह Spacecraft , Asteroid के Surface को Touch कर वहा से Samples इकठा कर वापस अपने Orbit पर चला जाता |
Asteroid के Surface से Sample Collect करने के लिए इसने विशेष तौर पर Design किये गए अपने Robotic Arm को बाहर निकाला | Touch and Go Maneuver के दौरान यह Spacecraft , Bennu के Surface के करीब गया जिसके बाद इसके Robotic Arm ने Surface को Touch कर वहा से Dust और Rock Samples को Collect किया | जब वैज्ञानिको को विस्वाश हो गया की उन्होंने इस मिशन के लिए जरुरी करीब 60 Gram Samples को Collect करलिया है तो फिर उन्होंने इस Sample को अपने Sample Return Capsule में रख दिया |
OSIRIS – Rex Journey to Earth
इसके बाद 7 April 2021 को Spacecraft ने आखिरी बार Bennu Asteroid के Flyby को अंजाम दिया और धीरे धीरे पृथ्वी तक का अपना सफर शुरू किया | 10 मई को Spacecraft ने अपने Main Engine को Fire किया ताकि वह धरती तक के अपने सफर के लिए अपनी Speed को बढ़ा सके |
करीब सात मिनट तक अपने Engine को Fire करने के बाद Spacecraft को अपने सफर के लिए जरुरी करीब 1000 Kilometer प्रतिघंटे की Speed मिल चुकी थी | इस Speed और Trajectory से Spacecraft को पृथ्वी तक का अपना 321 Million Kilometer तक का सफर तय करने में और करीब 2.5 सालो का समय लगेगा |
यह Spacecraft 24 सितम्बर को 2023 को पृथ्वी के Orbit में दाखिल हुआ, जिसके बाद इसका Sample Capsule मुख्य Spacecraft से अलग होकर पृथ्वी के Surface तक का अपना खतरनाक सफर सुरु करेगा | धरती के Atmosphere में दाखिल होने के बाद इसके Capsule में मौजूद विशेष Parachute खुल जाएगा |
जो की इसके Speed को कम करने का काम करेगा ताकि यह सही सलामत Utah West Desert में Land कर सके जहा वैज्ञानिक पहले से इस Capsule और इसमें मौजूद Bennu के Dust और Rocks के Samples का इंतज़ार कर रहे होंगे | Sample Capsule के धरती पर लैंड हो जाने के करीब 6 महीने बाद NASA इन Samples को दुनिया भर में मौजूद Research Groups को बाट देगा, ताकि वो आग अलग तरीको से इसका अध्यन कर सके |
Sample Capsule के सफलतापूर्वक धरती पर land हो जाने के बाद OSIRIS – Rex Spacecraft का Primary Mission पूरा हो जाएगा | जिसके बाद अगर इस Spacecraft में पर्याप्त Fuel बचा हुआ होगा तो फिर यह अपने Secondary Mission की शुरुआत करेगा | अपने Secondary Mission के अंतर्गत OSIRIS – Rex Spacecraft को एक और विशाल Near Earth Asteroid – Apophis का अध्यन करने के लिए भेजा जा सकता है जहा यह 2029 तक पहुंचेगा |
यह Asteroid Sample Mission भविस्य में Space Asteroid Mining Missions के लिए एक Base Mission बन सकता है, जिसकी Technology का उपयोग कर वैज्ञानिक दूसरे Asteroids में Minning कर जरुरी Minerals धरती तक ला सकते है |
दोस्तों ऐसे में आप इस Asteroid Sample Return Mission के बारे में क्या सोचते है हमें नीचे Comment कर जरूर बताये | अगर आपको यह Article पसंद आया तो इसे Like कर अपने दोस्तों के साथ Share जरूर करे |