रात में हमारा आसमान अनगिनत तारो से जगमग नज़र आता है | इंसानो ने अपने उत्पत्ति के साथ ही इनका अध्ययन करना शुरू कर दिया था | शुरुआत में उनका मानना था की ये सभी तारे एक समान है|पर जैसे जैसे हमने खगोल विज्ञान में तरक्की की और इनका करीबी से अध्ययन करना शुरू किया तब हमें पता चला की आसमान में दिखाई देने वाले ये सभी Space Objects तारे नहीं है | इनमे से कुछ आकाशगंगाये है तो कुछ ग्रह है जबकि कुछ विशाल nebula और दूसरे विशाल Space Bodies|जिनका करीबी से अध्ययन कर हम हमारे ब्रम्हांड के बारे में और भी अच्छे तरीके से जान सकते है | इन्ही वजहों से इंसानो ने अंतरिक्ष का करीबी से अध्ययन करने के लिए इस सदी का सबसे महत्वाकांशी Space Telescope लांच किया जिसे Hubble Telescope नाम दिया गया |
पिछले कुछ सालो के दौरान Hubble Telescope ने ब्रम्हांड को देखने का हमारा नजरिया हमेशा के लिए बदल दिया | पर अब यह Telescope काफी पुराना हो चुका है और अब हमें ब्रम्हांड को और गहराई से जानने के लिए इससे भी उन्नत Telescope की जरुरत थी | और यही से अस्तित्व में आया James Webb Space टेलिस्कोप | यह Space Telescope पुराने सबसे उन्नत Hubble Telescope से भी कई गुना शक्तिशाली Telescope होगा जिसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे आज के इस Video में | तो नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम जानेंगे James webb space telescope के बारे में |
दूरबीन का अविष्कार और खगोल विज्ञानं में उपयोग | Telescope discovery and use in Astronomy
सबसे शुरूआती दूरबीन के आविष्कार का श्रेय हालैंड के Hans Lippershey नामक एक ऐनकसाज को दिया जाता है। महान वैज्ञानिक गैलिलियो ने इस दूरबीन के आविष्कार के पश्चात् 1609 में खुद ही एक विशेष दूरबीन का पुनर्निर्माण किया और पहली बार Space Observation में इसका उपयोग किया था | आज इस बात को करीब 400 साल बीत चुके है और इन चार सौ से ज्यादा सालो में हम इंसानो ने बहुत से विशालकाय Telescopes का निर्माण कर लिया है जिनमे से कुछ Telescopes अन्तरिक्ष में भी स्थापित किए जा चुकें हैं| इन्हीं Telescopes में से एक है : Hubble Space Telescope। हब्बल स्पेस टेलीस्कोप Astronomy एवं Astrophysics के क्षेत्र में काफी क्रांतिकारी साबित हुआ। हब्बल स्पेस टेलीस्कोप की महान खोजो ने उसे Space exploration और Astronomy के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण Telescope बना दिया |
हबल टेलिस्कोप का इतिहास और सफर | Hubble Telescope history and journey
हब्बल स्पेस टेलीस्कोप को 25 अप्रैल, 1990 को अमेरिकी Space Shuttle ‘Discovery’ की सहायता से पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। इस Space आधारित Telescope को खगोलशास्त्री ‘एडविन पावेल हब्बल’ के सम्मान में Hubble Space Telescope का नाम दिया गया। यह Telescope अभी 600 किलोमीटर की ऊँचाई पर पृथ्वी के कक्षा के चक्कर काट रहा है। पृथ्वी की एक चक्कर लगाने में इसे करीब 100 मिनट का समय लगता हैं। अब तक Hubble Space Telescope को अन्तरिक्ष में पाँच बार Repair किया जा चुका है। इसके नियमित Repairing और Servicing के कारण यह पहला ऐसा Space Telescope बन गया है जिसने इतने लम्बें समय तक काम किया है और आखिरी बार 2009 के Repairing के बाद से ही यह उम्मीद लगाई जा रही है कि यह 2020 तक काम करता रहेगा। ऐसे में हमे इस Telescope के काम बंद करने से पहले इसकी जगह दूसरे Space Telescope को स्थापित करना होगा |
क्या है जेम्स वेब्ब स्पेस टेलिस्कोप | What is James webb space telescope
इसी वजह से वैज्ञानिको ने Hubble Space Telescope से कई गुना शक्तिशाली और भविष्य के Telescope , James Webb Space Telescope पर काम करना शुरू किया | NASA ने हाल ही में घोषणा की है कि उसने सफलतापूर्वक James webb space telescope के सारे Parts को जोड़ा लिया है | यानी इस Telescope को पूरी तरह Assemble किया जा चुका है | अब इस Space Telescope के साथ कुछ जरुरी टेस्ट किये जाएंगे जिसके बाद करीब 9.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से तैयार इस telescope को मार्च 2021 में लॉन्च किया जाएगा | दोस्तों मैं आपको बता दू की यह Space Telescope अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA , यूरोपियन स्पेस एजेंसी ESA और Canadian स्पेस एजेंसी CSA द्वारा किया जा रहा है |
जेम्स वेब्ब टेलिस्कोप का निर्माण और लांच | James webb space telescope construction and launch
इस मिशन पर काम 1996 में शुरू हुआ था | शुरू में इस Space Telescope को 2007 में launch किया जाना था | पर 2005 में इसके design में कई बड़े बदलाव किये गए | जिसके बाद इसके launch को आगे बढ़ा दिया गया | James webb space telescope की launching में budget और तकनीकी चुनौतियों के कारण कई बार देरी हो चुकी है। पर आखिरकार 2016 में इसके निर्माण को पूरा कर लिया गया | जिसके बाद इसमें कई initial test किये गए और आखिरकार 2019 में इसके सभी parts को assemble कर दिया गया | और इसे मार्च 2021 तक launch किये जाने की योजना है | इस मिशन में अब तक कुल सात सालो की देरी हो चुकी है जिस दौरान इसका Budget दोगुना हो चुका है | इस टेलीस्कोप को साल 2021 में फ्रेंच गुयाना से Launch किया जा सकता है ।
इसे hubble telescope से विपरीत धरती के low earth orbit की जगह Lagrange Point-2 यानी L2 में स्थापित किया जाएगा | Lagrange point 2 धरती से करीब 1.5 million किलोमीटर दूर मौजूद है | इस जगह स्थापित किये जाने वाले Space missions को अपने orbit में बने रहने के लिए बेहद ही कम Fuel का इस्तेमाल करना पड़ता है | साथ ही L2 पॉइंट से space mission ज्यादा विशाल ब्रम्हांड का अध्ययन कर सकते है | James telescope को L2 point तक पहुँचने में तकरीबन एक महीने का समय लगेगा। जिसके बाद यह अपने scientific mission की शुरुआत करेगा |
हबल टेलिस्कोप से ज्यादा शक्तिशाली | James webb telescope comparison with hubble telescope
James webb space telescope अब तक का सबसे उन्नत और शक्तिशाली Telescope होगा जिसे अंतरिक्ष में स्थापित किया जाएगा | James Telescope की क्षमता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां Hubble Telescope के Mirror का Diameter 2.5 मीटर है, वहीं James webb space Telescope के Primary mirror का diameter 6.5 मीटर है | ज्यादा बड़े Mirror की वजह से यह Space Telescope अंतरिक्ष में और भी ज्यादा दुरी तक दिखने में सक्षम होगा | यह Space Telescope पुराने Hubble Telescope से 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होगा जोकि Bigbang के बाद जन्मे शुरूआती Galaxies , Stars और Nebula का अध्ययन करने में सक्षम होगा | साथ ही यह एक Infrared Telescope होगा जोकि gas , dust और घने clouds के पीछे मौजूद Stars aur Space Bodies को देखने में सक्षम होगा | जिससे हम उन space bodies का भी अध्ययन कर सकेंगे जिन्हे हम दूसरे space telescope से नहीं देख सकते है |
जेम्स वेब्ब स्पेस टेलिस्कोप में लगे उपकरण | James webb space telescope instruments
पहले James webb space telescope का नाम ‘New generation space telescope’ था। लेकिन सितंबर 2002 में इसका नाम बदलकर नासा के पूर्व व्यवस्थापक James e webb के नाम पर कर दिया गया। जेम्स वेब टेलीस्कोप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में किसी चमत्कार से कम नहीं होगा क्योंकि यह 6.5 मीटर Primery mirror से बना एक बड़ा Infrared telescope होगा। इसपर करीब 22 मीटर sunshield लगाया जाएगा | जो की इसे पृथ्वी और सूर्य के light के बचाएगा साथ ही यह इसके तापमान को स्थिर रखने में मदद करेगा। इस टेलीस्कोप में चार प्रमुख्या Scientific Instruments मौजूद होंगे Near InfraRed Camera , Near InfraRed Spectrograph , Mid-InfraRed Instrument और Fine Guidance Sensor.
जेम्स वेब्ब स्पेस टेलिस्कोप का उद्देश्य | James webb space telescope main goals
जेम्स वेब टेलीस्कोप को ब्रह्माण्ड के कुछ बड़े रहस्यों को सुलझाने के उद्देश्य से निर्मित किया गया है। मोटे तौर पर इस वैज्ञानिक मिशन के चार मुख्य उद्देश्य हैं।
- बिग बैंग के बाद बनने वाले शुरुवाती तारों , आकाशगंगाओं और Nebula की खोज और उनका अध्ययन करना |
- धरती के समीप मौजूद तारो के आसपास मौजूद ग्रहो का अध्ययन करना |
- तारों और आकाशगंगाओं की उत्पत्ति को समझते हुए ब्रह्मांड की उत्पत्ति को सुलझाना।
- Big bang और जीवन की उत्पत्ति की गुत्थी को सुलझाना।
उम्मीद है की यह Space Telescope आने वाले भविष्य में अंतरिक्ष और ब्रम्हांड से जुड़े हुए कई रहस्यों को सुलझा सकता है जो की अपनी खोजो से ब्रम्हांड को देखने का हमारा नजरिया फिर एक बार बदल कर रख देगा |