दोस्तों हमारी अगली सदी Space Travel की सदी होने वाली है जहा हम इंसान पहले हमारे Moon फिर Mars और उसके बाद Solar System के Outer Planets व उनके Moons को Explore करेंगे और वहा Human Colonies बसाएंगे | पर Space Travel के साथ सबसे बड़ी समस्या है इनमे लगने वाला बेहद ही ज्यादा समय और Resource | वर्तमान समय में मौजूद Technology का उपयोग कर हमें मंगल ग्रह तक पहुंचने में सात महीनो का समय और Solar System के Outer Planets तक पहुंचने में पांच से दस सालो का समय लग जाएगा | और वही हमें अपने सबसे नज़दीक मौजूद Star System – Proxima Centauri तक पहुंचने में 70,000 सालो से ज्यादा का समय लग जाएगा | मानलीजिये अगर हम Light के speed से भी अपने सबसे नज़दीकी Star System की यात्रा करते है तो भी इसमें हमें कम से कम 4 सालो का समय लग जाएगा | भले ही यह समय किसी Robotic Space Probe के लिए ज्यादा न हो पर हम इंसानो के लिए ये समय काफी ज्यादा समय है |
लम्बे Space Mission के साथ जुडी समस्याएं | Problem with long space missions
सालो तक चलने वाले इन Space Travels में हम इंसानो को ज़िंदा रखने के लिए काफी ज्यादा Food और resources की जरुरत होगी | जो की उस Spaceship के payload को बढ़ाएगा जिसकी वजह से हम उस Spaceship में कम Fuel यानी ईंधन रख पाएंगे जो की हमारे Spaceship के reach को काफी कम कर देगा | साथ ही इतने लम्बे सफर का इंसानो पर काफी बुरा psychological असर भी पड़ता है | इस समस्या को पार पाने का सबसे आसान तरीका है Hibernation |
आपने कई Science Fiction movies में देखा ही होगा की कैसे इंसानो को कई सालो तक deep sleep में रखा जाता है जहा वो बिना किसी food और अन्य चीजों के सैकड़ो सालो तक ज़िंदा रहते है ,इस तकनीक को ही hibernation कहा जाता है | पर क्या Hibernation भविस्य में संभव है और आखिर कैसे इस तकनीक के जरिये हम इंसानो को हज़ारो सालो तक ज़िंदा रख सकते है यह सब जानेंगे हम आज के इस Article में |
Human Hibernation और Space Travel | Hibernation and Space Travel
Hibernation , भविस्य में होने वाले बेहद ही लम्बे Space Travels में काफी क्रन्तिकारी साबित हो सकता है , इस तकनीक की मदद से हम इंसानो को कई सालो तक बेहद कम food या दूसरे resources की मदद से कई सालो तक एक तरह के Deep Sleep में रख सकते है |
इस तकनीक की मदद हम इंसानो द्वारा लगने वाले Food और दूसरे Resources को काफी कम कर सकते है जिसकी वजह से हम अपने spaceship में ज्यादा से ज्यादा Fuel रख सकते है जो की हमारे spaceship के reach को काफी बढ़ा देगा | साथ ही Hibernation की मदद से Astronaut, Space travel में होने वाले खतरनाक Ultraviolet radiation , Psychological imbalance , Muscle Loss और bone loss जैसी समस्याओ से भी अपने आप को बचा पाएंगे |
धरती पर Hibernation के तरीके | Hibernation techniques on earth
हमारी धरती पर कई ऐसे जीव मौजूद है जो की कई महीनो और seasons तक Hibernation करते है | ये जीव अपने आप को ज़िंदा रखने के लिए Hibernation का सहारा लेते है जहा वो एक ऐसे Deep Sleep में चले जाते है जहा उनकी Body ज़िंदा रहने के लिए कम से कम Food और resources का उपयोग करती है |
Bears hibernate करने वाले सबसे चर्चित जीव है पर इनके अलावा कई तरह के Snakes , Frogs , Bats , Turtles साथ ही कई और जीव Hibernation करते है |
धरती पर मौजूद जीव मुख्य रूप से दो तरह के Hibernation के तरीको का उपयोग करते है जिसके जरिये वो बेहद ही खतरनाक और कठोर ठन्डे और गर्म मौसम में भी अपने आप को ज़िंदा रखते है | Hibernation के इन तरीको को True Hibernation और Torpor कहा जाता है |
True Hibernation
True Hibernation के दौरान जीव पहले से ही काफी ज्यादा Fat जमा कर लेते है जिसके बाद एक खास मौसम में वो कुछ समय के लिए एक तरह के deep sleep में चले जाते है | जहा उनका Heart Rate , Body temperature , Breathing और Metabolic Rate काफी कम हो जाता है |
उदाहरण के लिए Hibernation के दौरान Squirrels यानी गिल्हैरी की Heart rate 350 bpm से केवल 4 bpm रह जाती है | वही कई अन्य दूसरे जीव Hibernation के दौरान अपना आधा Fat खो देते है |
Torpor Hibernation
वही Torpor के दौरान जीव एक तरह के very deep sleep में चले जाते है जहा उनका body temperature , heart rate , metabolic rate काफी कम हो जाता है | पर true hibernation के विपरीत इनका यह deep sleep कुछ दिनों से लेकर कई महीनो तक चलता है |
उदाहरण के लिए Black bears करीब 3 से 5 महीनो के लिए इस तरह के Hibernation में चले जाते है जहा वो अपने Nitrogen Cycle को भी recycle करते है ताकि muscle entropy से बचा जा सके | Torpor में गए हुए जीव कभी भी अपने Deep Sleep से उठ सकते है पर उठने के बाद उन्हें अपने normal state में आने में कुछ घंटो से लेकर कई दिनों तक का समय लग जाता है |
इन दोनों ही तरीको में Torpor हम इंसानो के लिए काफी Useful साबित हो सकता है क्यूंकि इस Hibernation तकनीक में हम इंसान किसी Emergency situation में भी बेहद ही कम समय में उठ सकते है | Hibernation करने वाले इन जानवरो से विपरीत हमारी इंसानी Body किसी तरह के Hibernation के लिए नहीं बनी हुई है | ऐसे में हम इंसान बिना किसी Technology या Resource का उपयोग करे बिना Hibernation नहीं कर सकते |
क्या इंसानो का Hibernation संभव है | Is Human Hibernation Possible
Scientists कई सालो से इंसानो को Hibernate करने के तरीको पर काम कर रहे है पर अभी तक Therapeutic Hypothermia ही एक ऐसी medical treatment है जो की कुछ हद तक Hibernation की तरह ही जिसका उपयोग कई medical procedures और trauma treatments में किया जाता है | Hibernation के एक अन्य तरीके के अंतर्गत चूहों को Hydrogen Sulfide सुंघा कर उनके Oxygen और energy के cellular demand को कम करने की कोशिश भी की गयी |
पर हम इंसानो और दूसरे Mammals के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है की हम warm blooded है | इसका यह फायदा होता है की यह हमारे Mobility को काफी बढ़ा देता है , पर इसका यह नुक्सान है की हममे High Metabolic rate होता है जिसका मतलब यह है की हमें rest में होने के बावजूत अपने body को functional रखने के लिए एक high amount of calories की जरुरत होती है |
जिसकी वजह से हमे ज्यादा खाने यानी energy और oxygen की आवश्यकता होती है | यानी अगर हमें Hibernation achieve करना है तो हमें अपने metabolic rate को काफी कम करना होगा वो भी हमारे शरीर को बिना कोई नुक्सान पहुचाये |
हालाँकि कुछ Special Situation के अंतर्गत हम एक controlled hypothermic state में इंसानो को 14 दिनों तक एक तरह के deep sleep में रख सकते है | पर इस तकनीक में Blood clots , bleeding , infection और liver damage जैसे कई खतरे मौजूद है |
साथ ही Hibernation में जाने के बावजूद भी हमें अपने Body को working और functional रखने के लिए regular nutrients और fluids की जरुरत होगी क्यूंकि दूसरे जानवरो से विपरीत हमारी Human Body Hibernation के लिए नहीं बनी हुई है |
Space Agencies द्वारा Hibernation के प्रयास | Space agencies developing Hibernation Techniques
Nasa और ESA जैसी Space agencies , Torpor Hibernation के तरीके को इजात करने में लगी हुई है जिसके अंतर्गत वो इंसान को बेहोस कर उन्हें ठंडा कर hypothermic state में एक capsule में रख देते है |
जिसमे इन्हे Total Parenteral तकनीक के अंतर्गत nutrients और fluids सीधे उनके bloodstream में पहुंचाया जाता है जिससे उन्हें जरुरी energy मिलती है और human waste भी कम होता है | इस तकनीक का उपयोग Old age लोगो या उनलोगो को nutrition देने में किया जाता है जो की अपने मुँह से खाना नहीं खा पाते |
समस्याएं
पर इस Hypothermic method के साथ एक बड़ी समस्या भी मौजूद है | भले ही इस तकनीक से हमारे शरीर का metabolic rate लगभग 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है और हमारे शरीर को कम Oxygen और Energy की जरुरत होती है | पर हमारे शरीर के विपरीत हमारा मस्तिष्क कभी नहीं सोता , वह हमेशा ही active रहता है | जिसकी वजह से ही Passenger Movie में Hibernation से वापस आये Astronauts को बेहद ही थका हुआ दिखाया जाता है |
कई Research में यह सामने आया है की Deep Sleep के दौरान हमारा Brain खतरनाक toxin chemical release करता है जो की समय के साथ Alzheimer’s disease का कारन बन सकता है | साथ ही इसकी वजह से Deep Sleep में गए हुए इंसान को दुबारा अपने strength और awareness को regain करने में कई घंटो से लेकर कई दिनों का समय लग सकता है | जो की कुछ खास emergency conditions में खतरनाक साबित हो सकता है जहा उन्हें कुछ घंटो के दौरान ही अपने काम को अंजाम देना होगा |
पर उम्मीद है की भविष्य में एक दिन जरूर hibernation medical और Space world में एक important theory साबित होगा | Future में Hibernation दुनिया को एक नई दिशा में मोड़ देगा जहा इंसान स्पेस में जितना दूर जाना चाहे जा सकेगा | खाना और पानी जो कि extra burden हुआ करते थे वो burden हट जाएंगे. दुनिया में कम से कम ऑक्सीजन में ज्यादा से ज्यादा लोग जीवित रह सकेंगे | Hibernation इंसानों की basic needs को बदल देगा |