दोस्तों आज हम इंसानो का वजूद केवल पृथ्वी ग्रह तक ही सीमित है, पर भविष्य में एक समय ऐसा आएगा जब हम इंसान Type two Civilization बन जाएंगे और हमारे सौरमंडल के कई ग्रहो और उनके चन्द्रमाओ पर हमारी मानव बस्तिया मौजूद होगी | इन्ही वजहों से हम इंसानो ने कई दशकों पहले ही हमारे सौरमंडल में मौजूद ऐसे ग्रहो और चन्द्रमाओ की खोज करना शुरू कर दिया था जहा किसी प्रकार का जीवन मौजूद हो सकता है या उनपर मानव बस्तीया बसाई जा सकती है |
लम्बे खोज के बाद हमें Jupiter और Saturn ग्रहो के कुछ ऐसे चन्द्रमाओ के बारे में पता चला जहा मोठे बर्फ के नीचे मौजूद महासागरों पर किसी प्रकार का जीवन मौजूद हो सकता है | साथ ही हमें यह भी पता चला की आज से कई Billion सालो पहले मंगल ग्रह पर Liquid Water के झील, नदिया और शायद किसी प्रकार का जीवन मौजूद था |
शुक्र ग्रह पर जीवन और इंसानी बस्ती | Can We Colonize Venus Hindi
वर्तमान समय में हमारे कई Rovers मंगल ग्रह के Surface में और हमारे कई Satellites मंगल ग्रह के Orbit में मौजूद है | जो की मंगल ग्रह पर किसी प्रकार के Prehistoric Life और भविस्य में मंगल ग्रह पर मानव बस्ती बसाने की सम्भावनाये तलाश रहे है | और अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम 2030 तक मंगल ग्रह पर एक मानव मिशन भी भेज सकते है |
पर कई दशकों तक किये गए इस खोज में एक चौकाने वाले बात भी सामने आयी है | वैज्ञानिको को खोज के दौरान पता चला है की हमारे पुरे सौरमंडल में पृथ्वी से सबसे ज्यादा मिलता जुलता Atmosphere , नर्क कहे जाने वाले हमारे पडोसी Venus ग्रह के बादलो पर मौजूद है |
Venus ग्रह के Surface से करीब 50 kilometer ऊपर मौजूद Atmosphere हमारे पृथ्वी ग्रह के Upper atmosphere से काफी मिलता जुलता है | ऐसे में कुछ वैज्ञानिको का कहना है की हम इंसानो को मंगल ग्रह से पहले Venus ग्रह के बादलो पर मानव मिशन भेजना चाहिए |
ऐसे में एक सवाल यह है की क्या वाकई Venus ग्रह के बादल जीवन के लिए उपयुक्त है , और क्या वाकई Venus ग्रह के बादलो में इंसानी बस्तीया बसाई जा सकती है | ऐसे में यह काफी रोमांचक होने वाला है जहा हम Venus ग्रह और उसके बादलो की एक अनोखी यात्रा करने वाले है |
मंगल ग्रह और शुक्र ग्रह की तुलना | Comparison of Mars and Venus Planets
दोस्तों सौरमंडल के दूसरे ग्रहो पर कई सालो तक किये गए अध्यनो और Research से हमें यह पता चला है कि भविष्य में पृथ्वी से परे Space Colonies बनाने के लिए सबसे उपयुक्त जगह हमारा पड़ोसी ग्रह मंगल हो सकता है ” मंगल ग्रह और पृथ्वी में अनेक समानताएं मौजूद हैं , दोनों ही ग्रहो का निर्माण लगभग एक ही समान हुआ है | साथ ही दोनों ही ग्रहो की भौगौलिक संरचनाए भी लगभग एक सामान है ”
हालांकि मंगल एक बेहद ही शुष्क और ठंडा ग्रह है, लेकिन इसमें वे तमाम तत्व मौजूद हैं जो इसे जीवन के अनुकूल बनाने में सक्षम हैं, जैसे कि Water Ice , कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन , Organic molecules आदि । साथ ही वैज्ञानिको को मंगल ग्रह पर पुरानी नदियों ,तालाबों और जीवन के लिए जरुरी Organic molecules के सुराग भी मिले है , जिसकी वजह से वैज्ञानिको का मानना है की मंगल ग्रह पर कभी पृथ्वी की तरह ही liquid water और शायद जीवन भी मौजूद रहा होगा | ऐसे में मंगलग्रह पर मानव बस्ती बसाना काफी आसान होगा और काम चुनौतीपूर्ण होगा |
लेकिन इसके विपरीत अगर हम बात करें शुक्र ग्रह की ,तो इसे हमारे धरती का Twin भी माना जाता है क्योंकि इन दोनों ग्रहो का आकार, mass और density लगभग एक समान है और दोनों ही ग्रह समान Orbit में सूर्य का चक्कर लगाते हैं। साथ ही वैज्ञानिकों के मुताबिक दोनों ही ग्रहो का जन्म एक ही type के space bodies और composition से बना हुआ है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि मंगल ग्रह जो कि Venus ग्रह की तुलना में हमसे करीब तीन गुना ज्यादा दूर मौजूद है हम उस पर तो इंसानो को भेजने और मानव बस्ती बसाने की बाते करते हैं लेकिन Venus ग्रह जो कि हमारे धरती के सबसे करीब मौजूद है और धरती का Twin भी कहा जाता है हम उस ग्रह पर जाने और वहा मानव बस्ती बसाने के बारे में क्यों नहीं सोच रहे।
शुक्र ग्रह पर मिशन | Space missions on venus
दोस्तों ऐसा ही कुछ बीसवीं सदी के शुरुवाती दशकों में धरती पर मौजूद वैज्ञानिको को लगता था | शुरू में वैज्ञानिक की सोच थी की पृथ्वी की तरह शुक्र ग्रह पर भी जीवन मौजूद हो सकता है या वहा जीवन के अनुकूल परिस्तिथिया मौजूद हो सकती है ।
मगर जब 1960 और 70 के दशक में इस ग्रह पर कई अंतरिक्ष मिशन भेजे गए और इस ग्रह का नजदीक से अध्यन किया तो उन्हें यह पता चला कि भले ही पृथ्वी और शुक्र का इतिहास एक सामान रहा हो पर दोनों ही ग्रहो का वर्तमान बिलकुल अलग है ।
शुक्र ग्रह की भौगौलिक संरचना | Surface and atmosphere of venus
शुक्र ग्रह किसी भी प्रकार के जीवन के पनपने के लिए बिलकुल भी अनुकूल नहीं है । इसका Atmosphere बेहद ही dense कार्बन डाइऑक्साइड से घिरा है, यहाँ सल्फ्यूरिक एसिड की बारिश होती है | जिसकी वजह से इसकी सतह का तापमान तकरीबन 480 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है जो की इसे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह बनाता है |
बेहद ही Dense atmosphere के कारण इसकी सतह का दबाव पृथ्वी के सतह से करीब 90 गुना ज्यादा है। साथ ही इस ग्रह पर कई और ऐसी चीजे मौजूद है जो की इस ग्रह को एक नर्क के समान जगह बनाती है | यानी की Venus ग्रह के Surface पर मानव बस्ती बसाने की कल्पना तो छोड़िये हम Venus ग्रह पर जीवित Land भी नहीं कर सकते है |
शुक्र ग्रह पर इंसानी बस्ती क्यों संभव है | Why venus is better for human colonization
लेकिन इन सबके बावजूद Venus ग्रह के पास कई ऐसी चीजे मौजूद है जो की मंगल ग्रह के पास नहीं है जिसमे सबसे पहला Factor है Sunlight । जब भी हम किसी दूसरे ग्रह या उसके चन्द्रमा पर मानव कालोनी बसाने का सपना देखते है तो उसमे सबसे बड़ी रुकावट होती है Energy की | किसी दूसरे ग्रह तक जाने और वहा मानव बस्ती बसाने के लिए बेहद ही ज्यादा मात्रा में Energy की जरुरत होती है | हमारे सौरमंडल में सबसे आसानी से मिलने वाला Energy Source है Sunlight |
Venus ग्रह सूर्य के काफी नज़दीक मौजूद है जिसकी वजह से इसे Mars की तुलना में करीब तीन गुना ज्यादा Sunlight मिलती है | यानी की हम Venus ग्रह के Orbit में मौजूद रहकर केवल Sunlight के जरिये ही अपने सभी Energy Requirements को पूरा कर सकते है | वही मंगल ग्रह पर Sunlight बेहद ही कम होती है जिसकी वजह से हमें अपने Energyकी जरूरतों को पूरा करने के लिए Nuclear Energy और दूसरे Energy Sources पर निर्भर रहना पड़ेगा |
यहाँ पर दूसरा Factor है Gravity | Venus ग्रह की gravity हमारे Earth के Gravity की तुलना में करीब 90 प्रतिशत है जो की कोई बड़ा अंतर नहीं है । पर इसके विपरीत मंगल ग्रह की gravity हमारे पृथ्वी की तुलना में केवल 38 प्रतिशत ही है | ऐसे में मंगल ग्रह पर सफल landing करना बेहद ही चुनौतीपूर्ण रहता है | और इसी वजह से इंसानो द्वारा मंगल ग्रह पर भेजे गए आधे से ज्यादा मिशन असफल रहे है | साथ ही मंगल ग्रह पर रहने वाले Astronauts को low gravity के चलते Bone और Muscle loss जैसी दिक्कतों का सामना करना पर सकता है |
यहाँ तीसरा Factor है Distance का | Venus ग्रह Mars की तुलना में हमारी धरती से आधी से भी कम दूरी पर मौजूद है | यानी कि जितने Fuel और संसाधनों का उपयोग करके हम मंगल ग्रह का एक चक्कर लगाएंगे उतने में हम Venus ग्रह के दो चक्कर लगा सकते है | साथ ही Venus ग्रह पर मौजूद रहकर हम बेहद ही आसानी से धरती तक Communications कर सकते है |
शुक्र ग्रह के बादलो पर जीवन | Life on venus clouds
पर इन सारे Factors का कोई मतलब नहीं बनता क्यूंकि अगर हम जीवित Venus ग्रह के Surface पर land ही नहीं कर सकते तो वहा मानव बस्ती बसाने की कल्पना तो छोड़ ही दीजिये | पर यही Venus ग्रह का सबसे मुख्य Factor सामने आता है , उसका Upper atmosphere .Venus का atmosphere मुख्य रूप से Carbon di Oxide और Nitrogen से मिलकर बना हुआ है | साथ ही इसका Atmosphere हमारे पृथ्वी की तुलना में काफी dense भी है |
” वैज्ञानिको द्वारा किये गए अध्यनो के अनुसार अगर पुरे सौरमंडल में पृथ्वी के समान कोई जगह मौजूद है तो वह Venus ग्रह के Surface से करीब 50 kilometer ऊपर troposphere और mesosphere के बीच मौजूद बादल है “
Venus के Atmosphere में मौजूद 50 Kilometer से लेकर 54 Kilometer का छेत्र हमारे धरती के atmosphere, pressure और Temperature से काफी मिलता जुलता है | इस height पर Venus के surface पर जला देने वाला 400 degree celsius का temperature घटकर 50 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है जो की पृथ्वी के average temperatre से काफी मिलता जुलता है | साथ ही यहाँ का Atmospheric pressure घटकर 1 standard atmosphere पर पहुंच जाता है यानी हमारी धरती के atmospheric pressure के समान |
वही इसके Atmosphere में भरपूर मात्रा में Carbon , hydrogen , oxygen , nitrogen और sulphur जैसे elements मौजूद है जो की हमारे Human life और agriculture के सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम है | इसके अलावा Venus ग्रह का dense atmosphere , सूरज और दूसरे तारो से आने वाले खतरनाक Ultra violet rays से रक्षा करता है जो की किसी प्रकार के जीवन के पनपने के लिए काफी महत्वपूर्ण है | यानी सीधी भासा में कहा जाए तो यह जगह हमारे पुरे सौरमंडल में धरती से परे जीवन के लिए सबसे उपयुक्त जगहों में से एक है |
शुक्र ग्रह के बादलो पर इंसानी बस्ती | Floating cities on venus clouds
ऐसी में धरती पर मौजूद कुछ वैज्ञानिको ने Venus ग्रह के Surface से लगभग 50 किलोमीटर ऊपर एक फ्लोटिंग कालोनी की कल्पना की है | यह Floating Colony मुख्य रूप से एक विशाल Ballon होगा जिसमे Nitrogen और जीवन के लिए जरुरी Oxygen गैसे मौजूद होगी | चूँकि ये गैसे Carbon di Oxide की तुलना में काफी हलकी होती है जिसकी वजह से बिना कोई Fuel ख़त्म किये हम Venus ग्रह के बादलो में तैर सकते है |
साथ ही Venus ग्रह के Atmosphere में Human Life और Agriculture को support करने लायक सभी elements मौजूद है | पर इसके बाउजूद भी आपको Special Suits के साथ ही अपने Aircraft से बाहर निकलना होगा क्यूंकि यहाँ मौजूद जहरीली गैसे केवल मिनटों में आपका दम घोट सकती है |
अमेरिकी Space Agency Nasa ने Havoc यानि High Altitude Venus Operational Concept के नाम से एक feasibility mission पर काम करना शुरू किया है | जिसके अंतर्गत Nasa ,Venus ग्रह पर एक तरह का Floating Ballon भेजने की योजना पर काम कर रही है | शुरू में इन Special Air ballons के जरिये Robots को Venus ग्रह के बादलो में भेजा जाएगा , जहा वे कुछ महीनो तक रहकर जरुरी data और जानकारिया जुटाएंगे |
जिनका उपयोग करते हुए भविष्य में मानव मिशन के अंतर्गत इंसानो को venus ग्रह के बादलो पर भेजा जाएगा | और अगर यह मिशन पूरी तरह सफल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब venus ग्रह के बादलो पर एक पूरी इंसानी बस्ती तैर रही होगी | यह पल बेहद ही रोमांचक और अद्भुत होगा जो की आने वाले करीब 15 से 30 सालो में एक असलियत बन सकता है |