दोस्तों जब रात में हम अपने आसमान की तरफ नज़र घुमाते है तब हमारा आसमान अनगिनत तारो से जगमग नज़र आता है | आपको यह जानकर हैरानी होगी की रात में हमारे आसमान में दिखाई देने वाले ये सभी तारे हमारे आकाशगंगा में मौजूद है और हमसे अधिकतम 4000 light years की दुरी पर मौजूद है | हमारे आकाशगंगा Milky way का जन्म आज से करीब 13.6 Billion सालो पहले हुआ था , जो की करीब 100,000 Light Years के विशाल छेत्र में फैला हुआ है | हमारे आकाशगंगा में मौजूद सभी तारे इसके Center का चक्कर लगते है जिसे Sagittarius A के नाम से जाना जाता है | शुरू में जब वैज्ञानिको ने हमारे आकाशगंगा के center – Sagittarius A का अध्ययन करना शुरू किया तब उन्हें कुछ बेहद ही अजीब चीज नज़र आई | यहाँ कई तारे और matter एक Invisible चीज का चक्कर लगा रहे थे जो की काफी अजीब था |
जब वैज्ञानिको ने इसका और करीबी से अध्यन करना शुरू किया तब उन्हें पता चला की हमारे आकाशगंगा के center में एक बेहद ही विशाल super massive black hole मौजूद है जिसका mass हमारे सूरज से करीब 40 लाख गुना ज्यादा है | पर यह Black Hole हमारे ब्रम्हांड में खोजे गए दूसरे Black Holes की उपेक्षा काफी शांत था | पर हाल ही में वैज्ञानिको ने इस Black Hole के आस पास कुछ हलचल को notice किया है | इसका करीबी से अध्ययन कर वैज्ञानिको ने एक ऐसे तारे का पता लगाया है जो की हमारे आकाशगंगा के Center में मौजूद Black Hole से डरकर हमारे आकाशगंगा से दूर भाग रहा है | और आने वाले कुछ सालो में यह तारा हमेशा के लिए हमारे आकाशगंगा को छोड़कर इस विशाल ब्रम्हांड के अंतहीन सफर में निकल जाएगा | पर आखिर ऐसा क्या हुआ जो यह तारा हमारे आकाशगंगा को छोड़कर दूर भाग रहा है , और आखिर इसे पूरी तरह हमारे आकाशगंगा से बाहर जाने में कितने सालो का समय लग जाएगा यह सब जानेंगे हम आज के इस लेख में |
आकाशगंगा के Center में मौजूद Black Hole की खोज | Discovery of Black Hole at the Center of Milky way
Radio Astronomy के father कहे जाने वाले American Physicist – Karl Guthe Jansky ने पहली बार 1931 में हमारे आकशगंगा के center से आने वाले Radio waves को detect किया था | शुरूआती अध्ययन के दौरान पता चला कि ये Radio waves बेहद ही complex था जो कि किसी बेहद ही विशाल structure से आ रहा था | पर उस समय हमे यह समझ नहीं आया की आखिर यह चीज क्या है जो की हमारे Radio Telescope को विचलित कर रही है | जिसके बाद 1974 में वैज्ञानिक Bruce Balick और Robert brown ने पहली बार National Radio Astronomy observatory के base line Interfero meter के जरिये हमारे आकाशगंगा के center का करीबी से अध्यन किया और अनुमान लगाया गया कि हमारे आकशगंगा के center में एक विशाल black hole मौजूद हो सकता है , जिसे Sagittarius A star नाम दिया गया |
पर वैज्ञानिक अभी भी पक्के तौर पर यह पता नहीं लगा पाए थे आखिर यह चीज एक Black hole है या कुछ और | जिसके करीब 28 सालो बाद 2002 में जब वैज्ञानिको के एक दल ने हमारे आकशगंगा के center में मौजूद एक तारे S2 का करीबी से अध्ययन करना शुरू किया तो उन्हें इसके motion में एक बेहद ही खास चीज नज़र आई | वैज्ञानिको को पता चला की इस star cluster में मौजूद सभी तारे बेहद ही तेज गति से किसी चीज का चक्कर लगा रहे थे | इतने विशाल तारो को अपने चारो तरफ चक्कर लगाने पर मजबूर करने वाली चीज कोई Black hole ही हो सकती थी | और इसी के बाद पहली बार हमें हमारे आकशगंगा के center में मौजूद या कहे हमारे आकाशगंगा के actual center – Black hole Sagittarius A Star का पता चला , जिसके इर्द गिर्द हमारी पूरी आकशगंगा चक्कर लगाती है |
आकाशगंगा को छोड़ कर भाग रहा एक तारा | Star Moving away from our Galaxy
आज से करीब 50 लाख साल पहले जब हमारे पूर्वज पेड़ो से उतरकर जमीन पर चलना सीख रहे थे तब हमारे आकाशगंगा के center में कुछ बेहद ही दिलचस्प हो रहा था | हमारे आकाशगंगा Milky way के center में मौजूद Black Hole ने अपने खतरनाक Gravitational Force के चलते एक तारे को हमारे आकाशगंगा के center से बाहर फेक दिया | यह घटना आज से करीब 50 लाख सालो पहले हुई थी पर यह हमसे इतनी ज्यादा दुरी पर घटित हुई थी की इसके प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 50 लाख सालो का समय लगा गया | और वर्तमान समय यह तारा हमारे आकाशगंगा के center से काफी दुरी तय कर भी चूका होगा जिसके प्रकाश को हम तक पहुंचने में और करीब 50 लाख सालो का समय लग जाएगा |
इस अद्भुत और बेहद ही विचित्र तारे की खोज कार्नेगी ऑब्जरवेटरी के खगोल वैज्ञानिको की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने की है | यह तारा हमारे आकाशगंगा के center – Sagittarius A Star से डरकर हमारी आकाशगंगा से बहुत तेजी से दूर जा रहा है। वैज्ञानिको ने इस तारे को S5 HVS1 नाम दिया है जो की हमारे सूर्य से करीब दो गुना बड़ा होने के साथ ही लगभग दस गुना ज्यादा चमकीला है | वर्तमान समय में यह तारा हमारे पृथ्वी से करीब 29000 light years की दुरी पर मौजूद है और करीब 60 लाख किलोमीटर प्रति घंटा के Speed से हमारे आकशगंगा से बाहर जा रहा है | यह speed हमारे आकाशगंगा में खोजे गए किसी भी तारे से करीब 10 गुना ज्यादा है |
यह स्पीड इतनी ज्यादा है की इस गति से Move करने पर हमें हमारे पडोसी मंगल ग्रह तक पहुंचने में केवल 9 घंटे का समय लगेगा | और वही इस गति से चलने पर हमें हमारे सौरमंडल के बाहरी छेत्र में मौजूद Dwarf Planet – Pluto तक पहुंचने में मात्र 52 दिनों का समय लगेगा | जिससे आप यह अंदाज़ा तो लगा ही सकते है की यह तारा कितनी तीज गति से move कर रहा है | और अगर यह इसी गति से आगे बढ़ता रहा तो यह तारा आने वाले करीब 100 million सालो में हमारे आकाशगंगा को छोड़कर चला जाएगा |
क्यों आकाशगंगा के Center से दूर जा रहा यह तारा | Why this star is moving way from our Galaxy
असल में यह तारा हमारे आकाशगंगा के center में मौजूद Black Hole – Sagittarius A Star के ईर्दगिर्द चक्कर लगा रहा था। इसी घूमने के दौरान उसकी रफ्तार लगातार तेज होती चली गई ,और कुछ कारण वस Black Hole ने इसे अपने से दूर फेक दिया | वैज्ञानिक लम्बे समय से इस घटना के पीछे मौजूद कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे और लम्बे Research के बाद वे इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि शायद किसी भी Black Hole का व्यवहार उसके इर्द गिर्द मौजूद तारे के ऊर्जा की स्थिति पर निर्भर करता है।
जब विपरीत ऊर्जा वाले दो तारे एक दूसरे के करीब होने के बाद ब्लैक होल के संपर्क में आते हैं। तो इन दोनों तारों को अपने चारों ओर घुमाने के बाद ब्लैक होल एक तारे को निगल लेता है और दूसरे को काफी दूर धकेल देता है। और इसी वजह से दूर फीके गए दूसरे तारे की रफ्तार बेहद ही ज्यादा हो जाती है। और शायद इसी वजह से यह तारा हमारे black hole के center से लगातार दूर जा रहा है |
आम तौर पर किसी भी Black Hole के gravitational force से किसी तारे का बच निकलना काफी दुर्लभ घटना होती है | और यह तारा जिस गति से हमारे आकाशगंगा के center से दूर जा रहा है उसने दुनियाभर के वैज्ञानिको को काफी हैरान किया है | इस बारे में खगोल विज्ञानी डगलस बाउबर्ट का कहना है कि यह तारा जितनी तेज गति से आगे बढ़ रहा है उस हिसाब से यह जल्द ही हमारे आकशगंगा Milky way को छोड़कर चला जाएगा । पर यह हमारे आकशगंगा को छोड़कर कहा जाएगा इस बारे में वैज्ञानिको को पक्के तौर पर कोई जानकारी नहीं है |
यूरोपियन स्पेस एजेंसी के गाया स्पेसक्राफ्ट की मदद से इस तारे पर नजर रखा जा रहा है। और आने वाले भविष्य में वैज्ञानिक इस तारे के actual location को track कर सकते है | रहस्यों से भरे इस विशाल ब्रम्हांड में यह विचित्र घटना बेहद ही रोमांचित करने वाली है , आने वाले समय में वैज्ञानिक इस तारे और हमारे ब्रम्हांड के center में मौजूद Black hole से जुड़े हुए कई और चौकाने वाले खुलासे कर सकते है | जो की इस ब्रम्हांड के बारे में हमारी समझ को बढ़ाता रहेगा |
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