
वैसे तो हम सभी के लिए age एक सिर्फ नंबर होती है, जो हर आने वाले साल में बढ़ती जाती है, लेकिन बात जब इस यूनिवर्स की हो, तो age सिर्फ एक number नहीं रह जाती| अगर साइंटिस्ट्स की माने तो हमारे universe की उम्र करीब 14 अरब साल है| अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये साइंटिस्ट्स ने कैसे पता लगाया कि universe के बर्थडे केक पर कितनी candles लगानी हैं? वैसे दो तरीके हैं, जिनके जरिए साइंटिस्ट्स Universe की age का पता लगा सकते हैं|

आज से 1,000,000,000,000 करोड़ साल बाद ऐसा होगा हमारा ब्रह्माण्ड
पहला ये universe मे मौजूद सबसे पुराने object पर स्टडी की जाए और दूसरा तरीका universe के expansion की स्पीड का पता लगाकर |
लेकिन क्या आपको पता है अभी तक हमारे universe ने अपनी पूरी उम्र जो कि 10 खरब साल से भी ज्यादा है, उसके सिर्फ 14 अरब साल ही जिए हैं | अभी इसे अपनी present age से 100 गुना साल और ज्यादा जीना है, जहां पर सिर्फ सबसे ज्यादा वक़्त तक जलने वाले स्टार्स यानी कि red dwarfs ही पाए जा सकते हैं |
उस वक़्त situations इतनी ज्यादा भयावह होंगी कि वहां पर इंसान के survive कर पाना जरा भी सम्भव नहीं लगता | हमे खुद को red dwarfs और ब्लैक होल्स के मौजूद होते हुए भी बचाकर रखना होगा | आज हम बात करेंगे आज से 10 खरब साल के बाद के universe की? कैसा होगा वो वक़्त जब universe अपने last phase मे होगा?

Red dwarfs तब शायद इंसान के लिए किसी safe house के जैसे होंगे
Universe मे इसके अंत के करीब आने से सालों पहले ही किसी यहां पर नए star की फॉर्मेशन होनी बंद हो चुकी होगी, जिसकी वज़ह से यहां किसी भी तरह के nebulae, सुपरनोवा ब्लास्ट या ब्लू जायंट स्टार के मौजूद होने की संभावना ही नहीं बनती |
उस वक़्त तक हमारी गैलेक्सी milky way भी एक दूसरी गैलेक्सी Andromeda, M31 के साथ टकराकर अपना अस्तित्व खो चुकी होगी | इन दोनों गैलेक्सी के मिलने से बनी इस विशाल गैलेक्सी मे भी किसी तरह की धूल या गैस मौजूद नहीं होगी|
ऐसे मे रात मे आसमान मे एक जैसे तारे बिखरे नजर आएंगे| उस यूनिवर्स मे stellar density यानी तारों की संख्या गैलेक्सी के सेंटर की तरफ ज्यादा होगी| और उस वक़्त हमेशा चमकीली नजर आने वाली milky way गैलेक्सी कहीं भी दिखाई नहीं देगी| लेकिन जब तक यूनिवर्स मे stars मौजूद हैं, वहां planets भी होंगे और शायद उनमे से किसी पर जीवन भी मौजूद हो|

अपनी cosmic beginning का कोई ज्ञान ना होना
Irony ये है कि उस वक़्त आने वाले समय में astronomers को हमारी एक्ज़िस्टेंस तब की नजर आएगी, जब यहां पर टेलिस्कोप खोजे भी नहीं गए थे, यानि कि 19 वीं शताब्दी की| इतने वक़्त बाद आने वाले साइंटिस्ट्स और astronomers को कभी universe के जन्म और evolution के बारे में पता नहीं चल पाएगा| बल्कि ऐसा सिर्फ तभी मुमकिन है, जब हम इतने वक़्त के बाद आने वाली future generations के लिए किसी ग्रैंड “galactic archive” मे इन्फोर्मेशन स्टोर करके रख जाएं|
अगर हम Einstein के dark energy को एक cosmological constant माने, ना कि एक unstable फील्ड, तो आज से करीब 10 खरब सालों के बाद तक हर पल फैलने वाला universe बाहरी सभी galaxies से light खींचकर infinity तक उसे फैला चुका होगा|
Spacetime के बढ़ने की वज़ह से 1 अरब galaxies बहुत पहले ही अपनी जगह छोड़कर कहीं और ही फैल चुकी होंगी| बेतादाद white dwarfs, black holes और न्यूट्रॉन stars इस बात का सबूत होंगे कि सिर्फ stellar evolution यानी कि stars का evolution ही एक मात्र रास्ता है| उनका अस्तित्व इस बात की ओर इशारा करेगा कि universe eternal नहीं है और इसका अंत होना भी तय है|

Cosmic microwave background
हालांकि उस वक़्त तक big bang theory के वक़्त उत्पन्न हुआ Cosmic glow, आज से 10 खरब साल बाद इतना कमजोर पड़ चुका होगा कि उसका होना शायद ही किसी को पता चल सके| और यही वज़ह है कि वहां के astronomers को universe की शुरुआत और big bang के बारे में कुछ भी नहीं पता चल पाएगा|
Dark energy की प्रेजेंस ज्यादा होने की वज़ह से वहां के स्पेस मे मैटर की density काफी ज्यादा dilute रहेगी, जिसे मापना बहुत ही ज्यादा मुश्किल साबित होगा|
उन्हें यही लगेगा कि पुराने वक़्त मे gravitational collapse के कारण नए stars बनने का कारण उस वक़्त मे matter के particles का बहुत ज्यादा tightly pack होना रहा होगा | तारों की उम्र खास कर cooling white dwarfs की age से astronomers ये तो कैलकुलेट कर लेंगे कि universe में कोई ऐसी घटना हुई थी, जिससे एक बार मे अरबों नए stars का formation एक साथ हो गया, लेकिन उन्हें नहीं पता चल पाएगा कि ऐसा हमारी galaxy के एक दूसरी star city से combine होने की वज़ह से हुआ था, जिससे star birth वाला explosion हुआ था|

Extragalactic Missile
हर 1 लाख सालों में एक बार जरूर कोई triple star system हमारी galaxy के पास मौजूद black hole के पास wander करता है| Black hole के extreme gravitational force की वज़ह से इनमे से एक star ब्लैक होल मे समा जाता है, जबकि न्यूटन के action – reaction law के मुताबिक बाकी बचे दो binary stars तेज force के साथ galaxy से बाहर निकल जाता है| साल 2009 मे Hubble Space Telescope ने एक ऐसे ही Milky way को छोड़कर गए एक hyper velocity star का पता लगाया था|
भविष्य में astronomers ऐसे ही किसी भागते हुए star को देखकर उसके end point का पता लगाने की कोशिश करेंगे| लेकिन जैसे जैसे ये star दूर जाता जाएगा इसकी स्पीड और भी ज्यादा बढ़ती जाएगी| ऐसा पूरे space में फैली dark energy की वज़ह से होगा, जिसकी वज़ह से space का size स्ट्रेच होता जाता है|
उनकी हैरानगी तब और भी ज्यादा बढ़ जाएगी, जब वो इस star को Event horizon से गायब होते देखेंगे, जहां से आगे space के rapid expansion की वज़ह से लाइट की स्पीड से ट्रैवल होने वाली Information को पता नहीं किया जा सकता है| इन hyper velocity stars के जरिये ही वे universe के Cosmic expansion को जान कर past के बारे में पता कर पाएंगे|

इन सभी predictions मे से सबसे ज्यादा डराने वाली बात ये है कि उस वक़्त उस runaway star के पास चक्कर लगाते किसी प्लेनेट पर मौजूद civilization के लोग हमारी galaxy को आकार मे छोटी होकर, लाल रंग की बनकर धीरे धीरे dim होते हुए देख पाएंगे, और फिर वो उनकी नजरो से ओझल होकर पूरी तरह गायब हो जाएगी|
क्या आप ऐसे आसमान को imagine कर सकते हैं जो पूरा काला हो और उसमे सिर्फ parent star के अलावा आसपास के कुछ planets ही टिमटिमा रहे हों, इसके अलावा उसमे और कुछ भी नहीं हो| कितना सूना नजर आएगा ऐसा आकाश|
लेकिन क्या फिर इसका मतलब ये है कि हम अभी universe के एक बहुत ही खास वक़्त मे जी रहे हैं? इसके लिए हमे खुद को blessed मानना चाहिए? नहीं, ऐसा नहीं है| सच तो ये है कि इस universe का हर एक moment खास है, यहां तक कि वो वक़्त भी जो 10 खरब सालों के बाद आएगा|