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शनि ग्रह के चन्द्रमा पर जीवन की खोज (NASA Dragonfly Mission to Titan)

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने ऐलान किया है की वह शनि ग्रह के चन्द्रमा टाइटन का अध्ययन करने के लिए Dragonfly Space Mission पर काम कर रहा है

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दोस्तों शुरू में जब वैज्ञानिकों ने Saturn और Jupiter ग्रहों के Moons का अध्ययन करना शुरू किया तो उन्होंने पाया कि इन ग्रहों के ज्यादा तर Moons पूरी तरह बर्फ से ढके हुए हैं और Inhabitable है इन्हीं खोजों के दौरान वैज्ञानिकों को शनि ग्रह के Moon Titan के बारे में पता चला जो कि शनि और बृहस्पति ग्रह के दूसरे चन्द्रमाओ से काफी अलग था और काफी हद तक हमारे ग्रह पृथ्वी के समान था | जिसके वजह से कई वैज्ञानिको ने इस चन्द्रमा का करीबी से अध्ययन करने की इच्छा जताई थी | और इसी वजह से हाल ही में नासा ने ऐलान किया कि वह 2026 तक इस विचित्र और बेहद ही खास चन्द्रमा पर एक Dragonfly Mission भेजने जा रहा है जो की इस चन्द्रमा का करीबी से अध्ययन करेगा और इसके कई रहस्यों पर से पर्दा उठाने की कोशिश करेगा | तो नमस्कार दोस्तों आज के लेख में हम जानेंगे इसी टाइटन चन्द्रमा पर प्रस्तावित DragonFly Mission के बारे में |

टाइटन का अध्ययन करने जा रहा  ड्रैगनफ्लाई मिशन | NASA Dragonfly Mission to study Saturn Moon Titan

Dragonfly Spacecraft
Dragonfly Spacecraft

क्यों खास है शनि ग्रह का चन्द्रमा टाइटन | Why Saturn Moon Titan is Important

दोस्तों Titan , Saturn Planet का सबसे विशालकाय Moon है जिसे आप हमारे सौरमंडल का सबसे विचित्र और अजीबोगरीब चन्द्रमा भी कह सकते हैं यह हमारे सौरमंडल में मौजूद इकलौता ऐसा moon है जहां हमारी पृथ्वी की तरह ही एक Substantial atmosphere मौजूद है | इसका Atmosphere मुख्य रूप से Nitrogen और Methane से मिलकर बना हुआ है| साथ ही Titan पर Liquid Hydrocarbon के Lakes , Rivers और Oceans मौजूद है जो कि मुख्या रूप Methane और Ethane से मिलकर बने हुए हैं | इस Moon पर पाए गए सबसे विशालकाय Lakes कई सैकड़ो फ़ीट तक गहरे और सैकड़ो किलोमीटर तक लंबे हैं |

Titan Dragonfly Mission
Titan Dragonfly Mission

टाइटन पर मौजूद हो सकता है जीवन | Life maybe present on Saturn Moon Titan

Titan पर Methane Liquid अवस्था में पाया जाता है | जिसके वजह से Evaporate होते है और Clouds बनाते हैं जिसकी वजह से कई बार Liquid Methane की बारिश होती है टाइटन की सबसे खास बात यह है कि जीवन के लिए जरुरी बेसिक elements यानी Organic Molecules पाए जाते हैं जिनमे Carbon और Hydrogen प्रमुख है | और इसी वजह से वैज्ञानिकों का मानना है कि टाइटन पर ऐसी जगहे भी मौजूद हो सकती है जहां जीवन फल फूल रहा हो | वही कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि टाइटन पर हमारे पृथ्वी से विपरीत एक अलग Life form मौजूद हो सकता है जो कि हमसे अलग केमिकल से मिलकर बना हुआ हो और जीने के लिए हमसे अलग संसाधनों पर निर्भर करते हो | वहीं कुछ का मानना है कि वर्तमान समय में टाइटन काफी हद तक हमारे पृथ्वी के शुरुआती दिनों के समान है जहां आज भी Life Evolve हो रहा है | और भी कई ऐसे सवाल और कयास हैं जिनका जवाब वैज्ञानिक लंबे समय से जानने की कोशिश कर रहे हैं पर अभी तक इसमें उन्हें कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है |

Titan Surface
Titan Surface

नासा लांच करेगा ड्रैगनफ्लाई मिशन | NASA Dragonfly Mission to Titan 

इन्हीं वजहों से आखिरकार Nasa ने ऐलान किया की वह Saturn के Moon Titan पर अपना एक Space Mission भेजने जा रहा है जो कि वैज्ञानिकों के सभी सवालों के जवाब खोजने की कोशिश करेगा | दोस्तों American Space Agency Nasa ने 27 जून को ऐलान किया कि वह Titan Moon पर अपना एक अलग Space Mission भेजने जा रहा है इस मिशन को Titan Dragonfly नाम दिया गया है जो कि मुख्य रूप से एक Rotorcraft होगा जो कि टाइटन पर लैंड कर उसके Surface ,atmosphere और hydrocarbon lakes का अध्ययन करेगा | अगर सबकुछ ठीक रहा तो Dragonfly mission को 2026 तक लांच किया जा सकता है जिसके बाद यह करीब 8 सालों की लंबी यात्रा के बाद 2034 तक टाइटन तक पहुंचेगा | एक बार सफलतापूर्वक लैंड होने के बाद यह करीब ढाई सालों तक 5150 किलोमीटर विशाल Titan moon पर 20 से ज्यादा Scientific Flights को अंजाम देगा | जिस दौरान यह मिशन टाइटन चन्द्रमा के करीब 180 किलोमीटर विशाल छेत्र का अध्ययन करेगा |

Dragonfly Spacecraft
Dragonfly Spacecraft

नासा के टाइटन मिशन की खासियतें | Amazing Facts of Dragonfly Mission

करीब 10 फीट लंबा यह Space drone सबसे पहले टाइटन के Equatorial Region के करीब मौजूद sand dune पर लैंड करेगा जिसके बाद यह धीरे-धीरे अपने फाइनल डेस्टिनेशन Selk Crater तक पहुंचेगा | वैज्ञानिकों ने इस 80 किलोमीटर विशाल क्रेटर पर खास रूचि दिखाई है क्योंकि यह टाइटन पर life के signs खोजने के लिए सबसे चुनिंदा जगहों में से एक है | जिसका कारण है कि इस जगह पर लाइफ के लिए जरूरी तीन Ingredients जैसे की Liquid water , Organic Molecule और Energy मौजूद हो सकता है | Titan Moon सूर्य से काफी ज्यादा दूरी पर मौजूद है जिसके वजह से Dragonfly mission energy के लिए Solar power पर निर्भर नहीं रह सकता और इसी वजह से इसमें एक Nuclear power source यानी Multi mission radioisotope thermo electric generator मौजूद होगा | यह वही power source है जिसका इस्तेमाल मंगल ग्रह पर भेजे गए Curiosity Rover करता है |

Drogonfly mission में कई तरह के Scientific Instruments और एक विशाल कैमरा मौजूद होगा जो कि टाइटन ग्रह पर मौजूद हर जानकारी को पृथ्वी ग्रह पर भेजेगा | इसमें एक Spectrometer भी मौजूद होगा जो कि Titan के Composition का अध्ययन करेगा साथ ही इसमें Meterology Sensor और एक Seismometer भी मौजूद होगा जोकि टाइटन के Minerals और वहा आने वाले भूकंपो का अध्ययन करेगा जिसके साथ ही इसमें एक Drill Machine और एक Onboard Laboratory भी मौजूद होगा जो कि टाइटन के Surface पर drill कर उसके मिटटी के samples को इकठ्ठा करेगा | जिसके बाद वह उसे Analysis के लिए अपने Onboard Laboratory तक भेजेगा | इस मिशन के जरिये वैज्ञानिक इस विचित्र चन्द्रमा के बारे में काफी कुछ जान सकते है और क्या पता यह मिशन वहा किसी प्रकार के जीवन कि खोज करले |

Nasa Dragonfly Mission to Titan
Nasa Dragonfly Mission to Titan

दूसरे मिशनों से काफी अलग होगा यह मिशन | Titan Dragonfly Mission Will be Different

वैज्ञानिको को Dragonfly robot copter का आईडिया कई सालो के research के बाद आया | इस concept को दूसरे conventional mission जैसे कि orbiter, Lander, hot air balloons और boat के बीच से चुना गया है |जिसका मुख्य कारण है कि titan धरती के काफी दुरी पर मौजूद है जिसकी वजह से किसी भी spacecraft के signal को यहाँ तक आने में 2 घंटो का समय लग जाता है | ऐसे में किसी spacecraft को real time में control कर पाना काफी मुश्किल था और titan कई तरह के रहस्यों से भरा हुआ है | जिसके वजह से वैज्ञानिको ने किसी pre programmed Space mission पर काम करने का फैसला किया जो कि खुद ही एक जगह से दूसरी जगह जा सके और टाइटन चन्द्रमा पर मौजूद खतरों से खुद ही अपनी रक्षा कर सके | Dragonfly Mission को इस तरह से design किया गया है यह autonomously बिना किसी signal के खुद ही अपने onboard computer कि मदद से fly और land कर सकेगा | साथ ही इसमें एक hazard detector भी लगा हुआ है जो कि इसे आने वाले किसी भी खतरे से सुरक्षित रखेगा ताकि यह खुद ही बिना किसी real time command के अपना काम कर सकेगा |

Dragonfly Nasa के New frontiers program के अंतर्गत चौथा मिशन होगा | जिसमे कुल 1 Billion Dollars का खर्च आएगा | NASA ने इससे पहले New frontiers program के अंतर्गत Jupiter ग्रह का अध्ययन करने के लिए Juno probe , Dwarf planet Pluto और Kuiper belt objects का अध्ययन करने के लिए New horizons और एक Asteroid का अध्ययन करने के लिए Osiris rex mission भेजा था | आने वाले समय ने Nasa दूसरे ग्रहो और उनके चन्द्रमाओ का अध्ययन करने के लिए ऐसे ही mission भेज सकता है |

Universe Hindi

Geetesh Patel is a Science enthusiast, he has a successful running youtube channel with over 1 Million Subscriber. And he Owns Universe Hindi and other Blogs and Websites.

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