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सौरमंडल में मौजूद सबसे अनोखे आश्चर्य | Most amazing wonders in solar system hindi

In this article we will know about most amazing wonders present in our solar system.

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दोस्तों हमारे पृथ्वी में कई प्रकार के प्राकृतिक अजूबे मौजूद है जिनमे से कुछ बेहद ही खूबसूरत और अद्भुत है तो कुछ बेहद ही विशालकाए | चाहे हम बात करे विशाल mountains की , झरनो की , खूबसूरत islands की , गहरे घाटियों और महासागरों की , लम्बे नदियों और झीलों की या फिर विशालकाए रेगिस्तानों की | ये सभी अजूबे अपनी विशालता और खूबसूरती के लिए जाने जाते है |

Jupiter Moon
Jupiter Moon

सौरमंडल में मौजूद सबसे अनोखे आश्चर्य | Most amazing wonders in solar system hindi

पर जब बात पृथ्वी से परे हमारे इस विशाल सौरमंडल की हो तो दूसरे ग्रह भी इसमें पीछे नहीं है | हमारे सौरमंडल के दूसरे ग्रहो और उनके Moons में कई ऐसे अजूबे मौजूद है जो की हमारे सोच से भी कही ज्यादा विशालकाय ,खूबसूरत और अद्भुत है |

चाहे हम बात करे खूबसूरत saturn rings की , पृथ्वी जितने विशाल तुफानो की , liquid hydrocarbon के lakes , underground oceans की , कई kilometer विशालकाए volcanos और gysers की या फिर हमारे सौरमंडल में मौजूद सबसे ऊँचे mountains की |

इनकी विशालता और खूबसूरती के सामने हमारे पृथ्वी पर मौजूद अजूबे काफी छोटे नज़र आते है | अभी तक भेजे गए इंसानी मिशनों से हमें इन अजूबो की कई तस्वीरें और जानकारिया मिली है | पर भविष्य में जरूर एक समय ऐसा आएगा जब हम इन्हे अपनी आँखों से देख सकेंगे | पर ऐसे में आपको ज्यादा निराश होने की जरुरत नहीं है, क्यूंकि आज के video में हम हमारे सौरमंडल की एक रोमांचक यात्रा करने जा रहे है | जहा हम हमारे सौरमंडल में मौजूद सात सबसे खूबसूरत , विशालकाए और अद्भुत प्राकृतिक अजूबो की यात्रा करेंगे |

Planet Saturn From one of it's Moon
Planet Saturn From one of it’s Moon

1. Saturn Amazing Rings

दोस्तों शनि ग्रह को हमारे सौरमंडल का सबसे अनोखा और खूबसूरत ग्रह माना जाता है जिसका कारण है  इसका चक्कर लगाता एक खूबसूरत ring system |

यह ring system करीब 282000 kilometer जितने विशालकाए छेत्र में फैला हुआ है पर इसका vertical height केवल 10 मीटर ही है | शनि ग्रह के rings मुख्य रूप से कई billion छोटे छोटे ice particles और rocky materials से मिलकर बने हुए है | ये particals कुछ milimeter से लेकर कई meters तक विशालकाए है |

पर इसका यह ring system पूरी तरह uniform नहीं है बल्कि यह 30 से ज्यादा अलग अलग rings से मिलकर बना हुआ है जिनमे से कुछ ज्यादा dense है तो वही कुछ काम dense है जिन्हे gaps माना जाता है | Galileo Galilei ने 1610 में सबसे पहले telescope का उपयोग कर शनि ग्रह का अध्यन किया था पर वे उस समय शनि ग्रह के rings को पहचानने में असफल रहे | जिसके बाद 1655 में Christiaan Huygens ने पहली बार दुनिया को शनि ग्रह के rings के बारे में बताया |

Saturn Rings
Saturn Rings

शुरू में वैज्ञानिको का मानना था की इस ring system का निर्माण शनि ग्रह के निर्माण के समय ही हुआ था | पर कई सालो तक किये गए अध्यनो से हमें पता चला की इसका यह ring system काफी नया है जिसका निर्माण केवल कुछ million सालो पहली ही हुआ है | वैज्ञानिको के अनुसार इस विशालकाए ring system का जन्म किसी विशालकाए comet , asteroid या इसके अपने moon के इससे टकराने से पहले ही टूट जाने की वजह से हुआ है |

अभी तक कुल चार मिशनों ने शनि ग्रह के rings का करीबी से अध्यन किया है जिसमे pioneer 11 ,voyager 1 , voyager 2 और cassini जैसे मिशन शांमिल है | जहा pioneer और voyager मिशनों ने शनि ग्रह के flyby के दौरान इसके rings का अध्यन किया था वही cassini mission ने करीब 13 सालो तक शनि ग्रह के orbit में रहकर उसके ring system का अध्यन किया | और इसी दौरान cassini द्वारा जुटाई गयी जानकारियों से हमें पता चला है की शनि ग्रह के gravitational force के कारण धीरे धीरे इसके rings ख़त्म होते जा रहे है | और वैज्ञानिको का अनुमान है की केवल कुछ million सालो में शनि ग्रह के rings पूरी तरह ख़त्म हो जाएंगे |

Jupiter Red Spot
Jupiter Red Spot

2. Jupiter’s Great Red Spot

Jupiter ग्रह हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है को की लगभग पूरी तरह hydrogen और helium जैसे गैसों से मिलकर बना हुआ है |

इन गैसों के movement की वजह से jupiter ग्रह में हमारे सौरमंडल के कुछ सबसे विशालकाए तूफ़ान आते है | ऐसा ही एक विशालकाए तूफान इसके equator के करीब मौजूद है जिसे great red spot नाम दिया गया है | यह तूफान इतना विशालकाए है की हमारे पृथ्वी जैसे कई ग्रह इसमें आसानी से समा सकते है |

इस विशालकाय तूफ़ान के center में 430 से लेकर 680 kilometer प्रति घंटे की तेजी से हवाएं चलती है | जो की धरती पर आने वाले सबसे तेज तुफानो से भी करीब तीन गुना ज्यादा है | माना जाता है की इस विशालकाए तूफान को सबसे पहले 1665 से 1713 के बीच देखा गया था | पर इसका scientific observation 1878 से शुरू किया गया था ,ऐसे में यह तूफान करीब 200 से लेकर 300 सालो पुराना हो सकता है | पर अब यह तूफ़ान धीरे धीरे कमजोर और छोटा होता जा रहा है |

NASA's Juno Mission Passing by Jupiter red Spot
NASA’s Juno Mission Passing by Jupiter red Spot

2017 में किये गए अध्ययन के अनुसार यह तूफान अब करीब 16,350 किलोमीटर विशाल चैत्र में फैला हुआ है जो की इसके खोज के दौरान देखे गए आकर की तुलना में केवल एक तिहाई ही है | ऐसे में वैज्ञानिको का अनुमान है की अगर यह तूफान ऐसे ही सिकुड़ता रहा तो आने वाले करीब 15 से 20 सालो में यह पूरी तरह समाप्त हो जाएगा |

इस तूफान का अध्यन मुख्य रूप से Pioneer, Voyager, Galileo और Juno जैसे मिशनों द्वारा किया गया है | जिसमे से Juno spacecraft अभी भी Jupiter ग्रह के orbit में मौजूद है जो की 2016 में इसके orbit में दाखिल होने के बाद से ही इसका लगातार करीबी से अध्यन कर रहा है |

Saturn Moon Titan Surface
Saturn Moon Titan Surface

3. Titan Liquid Lakes

दोस्तों शनि ग्रह के सबसे बड़े Moon – Titan को हमारे सौरमंडल का सबसे विचित्र और हमारे धरती से सबसे मिलता जुलता solar body माना जाता है |

क्यूंकि यहाँ हमारे धरती की तरह ही एक active atmosphere मौजूद है जो की मुख्य रूप से nitrogen gas से मिलकर बना हुआ है | Titan धरती से परे एक मात्र ऐसा Solar Body है जहा liquid methane और ethane के विशाल झील और नदिया मौजूद है | साथ ही वैज्ञानिको को यहाँ जीवन के लिए जरुरी carbon और Hydrogen जैसे organic molecules के सबूत भी मिले है | Titan काफी हद तक वैज्ञानिको को धरती के शुरूआती दिनों की याद दिलाता है जब हमारी धरती पर जीवन पनप रहा था |

Voyager मिशनों ने सबसे पहले 1979 में Flyby के दौरान इस विचित्र Moon का करीबी से अध्यन किया जिसमे हमें पहले बार यहाँ मौजूद Active atmosphere और Liquid hydrocarbon के lakes का पता चला | यह Liquid Hydrocarbon – Evaporate होकर बादल बनाते है जिसकी वजह से यहाँ liquid methane की बारिश होती है |

Hydrocarbon Lakes of Moon Titan
Hydrocarbon Lakes of Moon Titan

यह एकमात्र ऐसा Moon है जहा हमारे धरती की तरह ही liquid bodies के विशाल झील, सागर और साथ ही नदिया मौजूद है | इनमे से कुछ झील कई किलोमीटर तक विशाल और कई सैकड़ो मीटर तक गहरे है , जिनके अंदर इंसानो के लिए कई आश्चर्य मौजूद हो सकते है |ऐसे में कुछ वैज्ञानिको का यह भी मानना है की इन Liquid hydrocarbon lakes में किसी प्रकार के Life होने की सम्भावना मौजूद है जो की हमसे अलग Organic molecules से मिलकर बने हो और जीने के लिए हमसे अलग संसाधनों पर निर्भर करते हो |

Is Moon का सबसे पहले अध्यन Voyager मिशनों द्वारा किया गया था | इसके बाद Cassini मिशन के साथ भेजे गया Hygens probe धरती से परे किसी दूसरे ग्रह के moon पर land करने वाला पहला मिशन बना | कुछ घंटो के मिशन के दौरान इसने Titan moon के atmosphere , land और lakes से जुडी कई जानकारिया और तस्वीरें भेजी |

Mars Olympus Mons
Mars Olympus Mons

4. Mars tallest mountain and Volcano – Olympus Mons

दोस्तों Mars Planet को धरती से परे जीवन की सबसे ज्यादा सम्भावनाओ से भरा हुआ ग्रह माना जाता है जहा भविष्य में मानव बस्तिया और colonies बसाई जा सकती है | 

मंगल ग्रह पर जीवन की खोज के लिए हमने वहा कई Rovers और Orbiters भेजे है जो की कई सालो से इस ग्रह का करीबी से अध्यन कर रहे है | इसी अध्यन के दौरान हमें मंगल ग्रह पर हमारे सौरमंडल के सबसे ऊँचे Mountain और Volcano – Olympus Mons का पता चला |

यह असल में मंगल ग्रह पर मौजूद एक ancient volcano है जिसकी peak height करीब 24 किलोमीटर और radius करीब 624 किलोमीटर है जो की इसे हमारे सौरमंडल का सबसे ऊँचा Mountain और Volcano बनाता है | यह volcanic mountain हमारे धरती के सबसे ऊँचे Mountain , mount everest से भी करीब तीन गुना ज्यादा है | मंगल ग्रह पर मौजूद इस विशाल Mountain के पीछे सबसे बड़ी वजह इसके weak gravitational force को माना जाता है जिसकी वजह से ये पर्वत इतने विशालकाए हो गए |

Olympus Mons seen from space
Olympus Mons seen from space

वैज्ञानिको के अनुसार यह एक shield volcano है जिसका निर्माण विशालकाए Volcano के lava flow की वजह से हुआ है | पर वैज्ञानिको का यह भी मानना है की यह अभी भी एक काफी active volcano है जिसके कुछ हिस्सों का निर्माण केवल कुछ Million सालो पहले ही हुआ है | ऐसे में काफी सम्भावना है की यह अभी भी एक active volcano को सकता है जिसमे भविष्य में विस्फोट हो सकता है |

इसका सबसे पहले अध्यन मंगल ग्रह पर भेजे गए Nasa के mariner 9 mission ने किया था | जिसके बाद NASA और ESA जैसी space agencies द्वारा भेजे गए मिशनों ने इसका करीबी से अध्यन किया | वर्तमान समय में NASA के तीन , ESA के दो और ISRO का एक orbiter मंगल ग्रह के orbit में मौजूद है और इसका अध्यन कर रहा है |

Volcanos of Jupiter Moon IO
Volcanos of Jupiter Moon IO

5. Io moon towering volcanos

दोस्तों IO Jupiter ग्रह का एक Rocky Moon जो की हमारे पुरे सौरमंडल में सबसे ज्यादा Geographically Active – solar body है |

यहा हमारे सौरमंडल के कुछ सबसे विशालकाए Volcanos पाए जाते है जो की कई सैकड़ो Kilometer तक विशाल होते है | IO moon पर मौजूद इन Volcanos का मुख्य कारण Jupiter ग्रह के gravity को माना जाता है | Jupiter ग्रह के gravity की वजह से IO moon पर विशाल tidal force पड़ता है जिसकी वजह से इसके interior में बड़ी मात्रा में heat generate होती है | जिसकी वजह से इसके core में मौजूद sulphur elements , विशाल volcano के रूप में बाहर आते है |

शुरू में इसे हमारे Moon के तरह ही एक inactive moon माना जाता था पर 1979 के दौरान Voyager मिशनो ने इस Moon के Flyby को अंजाम दिया जिस दौरान उन्होंने पहली बार इस Moon में मौजूद विशालकाय Volcanos और उसके active Surface का का पता लगाया | वैज्ञानिको को खोज के दौरान IO moon पर 400 से ज्यादा Volcanos का पता चला है जिनमे से 150 से ज्यादा active Volcanos है जो की आज भी काफी active है |

Jupiter Moon IO
Jupiter Moon IO

इनमे से कुछ Volcanos बेहद ही विशाल है जिनके Plumes इसके Surface से कई सैकड़ो Kilometer तक ऊपर जाते है | इन Volcanos से बड़ी मात्रा में suplur gas और sulphur snowflakes निकलता है जो की इतना ज्यादा होता है की केवल कुछ लाख सालो के दौरान इस Moon का पूरा surface सैकड़ो meter तक डूब जाता है |

Nasa के Voyager मिशन Jupiter के flyby के दौरान इस Moon का करीबी से अध्यन करने वाले पहले Mission बने | जिसके बाद Jupiter ग्रह का अध्यन करने के लिए भेजे गए Galilean Spacecraft ने कई सालो तक IO moon और उसके Volcanos का अध्यन किया | वर्तमान समय में Juno Spacecraft , Jupiter ग्रह के Orbit में मौजूद है और लगातार IO Moon और उसके Volcanos का अध्यन कर रहा है |

Neptune Moon Triton Geysers
Neptune Moon Triton Geysers

6. Triton Nitrogen Geysers

Triton Neptune ग्रह का सबसे बड़ा और हमारे पुरे सौरमंडल के सबसे विचित्र moons में से एक है | ऐसा इसलिए क्योंकि आम तौर पर Moons अपने Planet के Rotation की दिशा में उसका चक्कर लगाते है | पर वही Triton , Neptune ग्रह के Rotation के Opposite direction में उसका चक्कर लगता है जो की काफी विचित्र है |

इसका Surface – frozen nitrogen ice से बना हुआ है जिसका average तापमान माइनस 235 degree celsius है | Voyager 2 मिशन अपने Flyby के दौरान 1989 में इस moon के करीब से होकर गुज़रा जिस दौरान इस मिशन ने इस विचित्र Moon को लेकर कई खुलासे किये | Voyager द्वारा जुटाए गए जानकारियों से वैज्ञानिको को पता चला की यह एक काफी Young और Active Moon है जहां Nitrogen और methane rich atmosphere मौजूद हो सकता है |

इस Moon की सबसे विचित्र बात है इसके Surface से निकल रहे Nitrogen के विशाल geyser जिनमे से nitrogen gas और dark particles निकलता है | इन volcanos ने triton पर कई विशालकाय dark patches बना दिए है |

Triton Geysers
Triton Geysers

इनमे से कुछ Nitrogen Plumes 8 किलोमीटर से भी ज्यादा ऊँचे है जिनका radius सैकड़ो मीटर से भी ज्यादा है | इन Plumes का मुख्य कारण triton पर Nitrogen ice की heating और greenshouse effect को बताया जाता है | जिसकी वजह से ये बेहद ही तेजी से Triton के icy Surface से बाहर निकलते है | इन कई किलोमीटर विशाल गीजर से वैज्ञानिको ने अनुमान लगाया है की इसका Interior आज भी काफी Warm और Active है |

इस विचित्र Moon का सबसे पहले अध्यन 1989 में किया गया जब Nasa के Voyager Mission ने Neptune ग्रह के FLyby को अंजाम दिया | Voyager mission ने इस Moon की कई यादगर और साफ़ तस्वीरें ली जिसने इस Moon को देखने का नजरिया ही बदल दिया | वैज्ञानिक भविष्य में इस Moon का और करीबी से अध्यन करने के लिए एक विशेष Lander Mission पर विचार कर रहे है |

Pluto and Kuiper Belt
Pluto and Kuiper Belt

7. Pluto and Kuiper belt

PLuto हमारे सौरमंडल के आखिरी छोर यानी Kuiper belt में मौजूद सबसे बड़ा dwarf planet है | इसकी खोज 1930 में Clyde Tombaugh नामक वैज्ञानिक ने Lowell Observatory से की थी |

2006 में इससे planet का दर्जा छीनने से पहले Pluto को हमारे सौरमंडल का 9th planet माना जाता था |इस dwarf planet का सबसे करीबी अध्यन 2015 में New horizon mission के flyby के दौरान किया गया था | जिस दौरान इस मिशन ने इसके surface , atmosphere , mountains , valleys और crators का बेहद ही करीबी से अध्यन किया |

जिसमे सबसे जरुरी जानकारी यह थी की PLuto वैज्ञानिको के सोच से विपरीत एक काफी active solar body है कहा उन्हें एक nitrogen rich atmosphere , mountains और potential subsurface liquid ocean का पता चला है |

Kuiper Belt
Kuiper Belt

pluto पर मौजूद यह Mountain range बेहद ही विचित्र है जिनके कुछ peaks की ऊंचाई 3500 meters के करीब है | ये mountains मुख्य रूप से frozen nitrogen ice से मिलकर बने हुए है | वही वैज्ञानिको को यहाँ कुछ विशाल घाटियों का पता चला है जो की 600 किलोमीटर तक लम्बे है और कई kilometer गहरे है | pluto पर कुछ विशाल crators भी मौजूद है जो की 260 kilometers जितने विशाल diameter में फैले हुए है | यानी pluto एक काफी geographically active world है जिसकी वजह से
वैज्ञानिको का मानना है की इसके कई किलोमीटर विशाल मोठे बर्फ के पर्त के नीचे Sub Surface Liquid Water के महासागर मौजूद हो सकते है |

वही pluto से परे हमारे सौरमंडल के आखिरी छोर यानी Kuiper belt में और भी अद्भुत और विचित्र dwarf planets और minor planets मौजूद है जिनमे haumea , makemake , gonggong , eris और sedna प्रमुख है | ये solar bodies बेहद ही अद्भुत है जिनकी खोज ने वैज्ञानिको को हैरान किया हुआ है | भविष्य में New horizons की तरह ही इन kuiper belt objects का अध्यन करने के लिए missions भेजे जा सकते है |

पर दोस्तों हमारे सौरमंडल से परे इस पुरे ब्रम्हांड में मौजूद सबसे बड़ा आश्चर्य और कोई नहीं बल्कि इस video को देख रहे हम इंसान है | क्यूंकि अभी तक हमें इस अनंत ब्रम्हांड में धरती से परे कही और किसी प्रकार के microbail life या intelligent life का पता नहीं चला है | ऐसे में आपका इस बारे में क्या सोचना है हमें नीचे comment कर जरूर बताये |

 

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Geetesh Patel is a Science enthusiast, he has a successful running youtube channel with over 1 Million Subscriber. And he Owns Universe Hindi and other Blogs and Websites.

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